फिरोजाबाद एसएसपी के आदेश के बाद पुलिस के मुंशी ने सिरसागंज से समाजवादी पार्टी के विधायक और उनके जिला पंचायत अध्यक्ष पुत्र की हिस्ट्रीशीट (एचएस) तैयार कर ली है। जल्द ही शीट को एसएसपी कार्यालय भेजा जाएगा। पुलिस कप्तान की स्वीकृति के बाद नंबर एलॉट किया जाएगा।
बताया गया है कि फिरोजाबाद की सिरसागंज सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक हरिओम यादव और उनके बेटे विजय प्रताप यादव उर्फ छोटू के खिलाफ मायावती सरकार ने हिस्ट्रीशीट खोली थी। बसपा सरकार में पिता-पुत्र पर कई मुकदमे दर्ज कराए गए थे लेकिन वर्ष 2012 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनते ही मामला बदल गया।
आरोप है कि सत्ता के दम पर पिता-पुत्र ने तत्कालीन अधिकारियों से साठगांठ कर हिस्ट्रीशीट को नष्ट करवा दिया था। इसके बाद दोनों पर लगे मुकदमे भी समाप्त करा दिए गए। पांच साल बाद दोबारा से सत्ता बदली तो मामला फिर बिगड़ गया। एसएसपी ने वार्षिक निरीक्षण में पाई खामी पर संज्ञान लिया और अनैतिक तरीके से जलाई गई पिता-पुत्र की हिस्ट्रीशीट की जांच शुरू करा दी।
जांच में पुलिस विभाग के ही कुछ अधिकारी कानूनी सिकंजे में फंस सकते हैं। अधिकारियों के बचाव न करते हुए एसएसपी अजय पांडेय ने सच्चाई का साथ दिया और जांच के बाद पिता-पुत्र की हिस्ट्रीशीट दोबारा खोलने के आदेश दिए।
पुलिस सूत्रों की मानें तो फिर से दोनों की हिस्ट्रीशीट लिख कर तैयार हो चुकी है। गुरुवार को कप्तान के पास भेजा जाएगा। उनके अनुमोदन के बाद दोनों की हिस्ट्रीशीट को नंबर दिए जाएंगे। इसके बाद एक बार फिर पिता-पुत्र के नाम थाने पर चस्पा एचएस सूची में दर्ज हो जाएंगे।
एसएसपी अजय पांडेय ने बताया कि हिस्ट्रीशीट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। देर रात तक मेरे पास आ जाएगी। इसके बाद नये नंबर देने के बाद उनके सामने पुराने नंबर भी अंकित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि तत्कालीन सीओ संजय यादव और प्रभारी निरीक्षक वीके तिवारी के बयान दर्ज कराने के बाद एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। यह पूरी प्रक्रिया इस सप्ताह पूरी हो जाएगी।
फिरोजाबाद एसएसपी के आदेश के बाद पुलिस के मुंशी ने सिरसागंज से समाजवादी पार्टी के विधायक और उनके जिला पंचायत अध्यक्ष पुत्र की हिस्ट्रीशीट (एचएस) तैयार कर ली है। जल्द ही शीट को एसएसपी कार्यालय भेजा जाएगा। पुलिस कप्तान की स्वीकृति के बाद नंबर एलॉट किया जाएगा।
बताया गया है कि फिरोजाबाद की सिरसागंज सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक हरिओम यादव और उनके बेटे विजय प्रताप यादव उर्फ छोटू के खिलाफ मायावती सरकार ने हिस्ट्रीशीट खोली थी। बसपा सरकार में पिता-पुत्र पर कई मुकदमे दर्ज कराए गए थे लेकिन वर्ष 2012 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनते ही मामला बदल गया।
आरोप है कि सत्ता के दम पर पिता-पुत्र ने तत्कालीन अधिकारियों से साठगांठ कर हिस्ट्रीशीट को नष्ट करवा दिया था। इसके बाद दोनों पर लगे मुकदमे भी समाप्त करा दिए गए। पांच साल बाद दोबारा से सत्ता बदली तो मामला फिर बिगड़ गया। एसएसपी ने वार्षिक निरीक्षण में पाई खामी पर संज्ञान लिया और अनैतिक तरीके से जलाई गई पिता-पुत्र की हिस्ट्रीशीट की जांच शुरू करा दी।
जांच में पुलिस विभाग के ही कुछ अधिकारी कानूनी सिकंजे में फंस सकते हैं। अधिकारियों के बचाव न करते हुए एसएसपी अजय पांडेय ने सच्चाई का साथ दिया और जांच के बाद पिता-पुत्र की हिस्ट्रीशीट दोबारा खोलने के आदेश दिए।
पुलिस सूत्रों की मानें तो फिर से दोनों की हिस्ट्रीशीट लिख कर तैयार हो चुकी है। गुरुवार को कप्तान के पास भेजा जाएगा। उनके अनुमोदन के बाद दोनों की हिस्ट्रीशीट को नंबर दिए जाएंगे। इसके बाद एक बार फिर पिता-पुत्र के नाम थाने पर चस्पा एचएस सूची में दर्ज हो जाएंगे।
एसएसपी अजय पांडेय ने बताया कि हिस्ट्रीशीट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। देर रात तक मेरे पास आ जाएगी। इसके बाद नये नंबर देने के बाद उनके सामने पुराने नंबर भी अंकित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि तत्कालीन सीओ संजय यादव और प्रभारी निरीक्षक वीके तिवारी के बयान दर्ज कराने के बाद एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। यह पूरी प्रक्रिया इस सप्ताह पूरी हो जाएगी।