मैनपुरी। जिला कारागार में बृहस्पतिवार को उल्टी और बुखार की शिकायत पर एक वृद्ध बंदी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां इलाज के दौरान मौत हो गई। जेल अधीक्षक ने बताया कि बिछवां थाना क्षेत्र का रहने वाला बंदी दुष्कर्म के एक मामले में निरुद्ध चल रहा था। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया।
थाना बिछवां क्षेत्र के गांव नगला जैनखां निवासी वीरेंद्र सिंह (64) पुत्र रामप्रताप के खिलाफ दुष्कर्म, पाक्सो एक्ट सहित अन्य धाराओं में मुकद्मा दर्ज हुआ था। 16 मई को पुलिस ने गिरफ्तार कर जिला कारागार भेजा था। 30 अक्तूबर से बंदी की तबियत खराब होने के चलते जेल अस्पताल में इलाज चल रहा था।
बृहस्पतिवार को बुखार व उल्टियां होने पर जेल प्रशासन की ओर से दोपहर करीब 12 बजे जिला अस्पताल भेजा गया। वहां कुछ देर इलाज के बाद वीरेंद्र सिंह की मौत हो गई। जेल प्रशासन की ओर से मृतक के परिजनों को सूचना दी गई। इसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया। जेल अधीक्षक पवन कुमार त्रिवेदी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह हृदयगति रुकना बताया गया है। पोस्टमार्टम के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया है।
मैनपुरी। जिला कारागार में बृहस्पतिवार को उल्टी और बुखार की शिकायत पर एक वृद्ध बंदी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां इलाज के दौरान मौत हो गई। जेल अधीक्षक ने बताया कि बिछवां थाना क्षेत्र का रहने वाला बंदी दुष्कर्म के एक मामले में निरुद्ध चल रहा था। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया।
थाना बिछवां क्षेत्र के गांव नगला जैनखां निवासी वीरेंद्र सिंह (64) पुत्र रामप्रताप के खिलाफ दुष्कर्म, पाक्सो एक्ट सहित अन्य धाराओं में मुकद्मा दर्ज हुआ था। 16 मई को पुलिस ने गिरफ्तार कर जिला कारागार भेजा था। 30 अक्तूबर से बंदी की तबियत खराब होने के चलते जेल अस्पताल में इलाज चल रहा था।
बृहस्पतिवार को बुखार व उल्टियां होने पर जेल प्रशासन की ओर से दोपहर करीब 12 बजे जिला अस्पताल भेजा गया। वहां कुछ देर इलाज के बाद वीरेंद्र सिंह की मौत हो गई। जेल प्रशासन की ओर से मृतक के परिजनों को सूचना दी गई। इसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया। जेल अधीक्षक पवन कुमार त्रिवेदी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह हृदयगति रुकना बताया गया है। पोस्टमार्टम के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया है।