मुरादाबाद के नवाबपुरा में कोरोना से मृत मरीज के संपर्क में आने वालों को क्वारंटीन करने गई स्वास्थ्य विभाग की टीम और पुलिसकर्मियों पर लोगों ने अचानक ईंट-पत्थरों से हमला कर दिया। डॉक्टर और फार्मासिस्ट समेत छह स्वास्थ्य कर्मी घायल हो गए, साथ ही कई पुलिसकर्मियों को भी चोटें आईं।
सूचना मिलते ही पुलिस महानिरीक्षक(आईजी) रमित शर्मा मौके पर पहुंचे और पूरे इलाके में हालात का जायजा लिया। आईजी ने कहा कि पथराव करने वाले एक-एक व्यक्ति को कड़ी कार्रवाई झेलनी होगी। घटना में शामिल हरेक व्यक्ति को चिन्हित करके उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा और सभी के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी।
आईजी ने जोर देकर कहा कि घटना में शामिल और उन्हें प्रश्रय देने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस इन सभी को खोजकर सलाखों के पीछे पहुंचाएगी। आईजी ने एसएसपी और अन्य अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वीडियो फुटेज और फोटो की मदद से घटना में शामिल लोगों को चिन्हित कर गिरफ्तार करें।
वहीं डीएम और एसएसपी ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर पथराव में शामिल सात महिलाओं समेत 17 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों में 200 अज्ञात भी हैं। इन पर कातिलाना हमले और लोक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
मालूम हो कि नवाबपुरा हाजी नेब की मस्जिद के पास रहने वाले एक 50 वर्षीय पीतल कारोबारी की सोमवार को कोरोना से टीएमयू में मौत हो गई थी। इसके बाद हॉटस्पॉट चिन्हित कर इलाके को सील कर दिया गया था। डब्ल्यूएचओ के मानकों के अनुसार, कोरोना पॉजिटिव की मौत के बाद उसके परिजनों के संक्रमित होने की आशंका में कारोबारी के परिवार को क्वारंटीन कर उनकी जांच होनी थी।