यूपी टीईटी की दो साल बाद आयोजित की गई परीक्षा को रदद् कर दिया गया। दरअसल, मथुरा में पेपर लीक होने के बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। अब यह परीक्षा एक माह के भीतर दोबारा आयोजित की जाएगी। बताया गया कि अभ्यर्थियों को इसके लिए कोई फीस नहीं देनी होगी। जानकारी के अनुसार एसटीएफ को पेपर लीक होने की जानकारी पहले ही मिल गई थी। मेरठ एसटीएफ की टीम ने संदिग्ध केंद्रों पर छापेमारी की। शामली में परीक्षार्थियों के हाथ में परीक्षा पत्र देखकर एसटीएफ भी हैरान रह गई। छापा मारकर एसटीएफ ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
जानकारी के अनुसार टीईटी की परीक्षा शुरू होने से पहले ही शामली जिले में पेपर लीक हो गया। परीक्षार्थी के हाथ में पेपर देखकर एसटीएफ भी हैरान रह गई। पेपर लीक करने वाले तीन आरोपी एसटीएफ मेरठ ने शामली से दबोच लिए।
एसटीएफ मेरठ सीओ बृजेश सिंह ने बताया कि उनकी टीम मेरठ जोन के सभी जिलों में लगी हुई थी। शामली जिले में एक मकान में अभ्यार्थियों को लीक हुए पेपर की कॉपी दी जा रही थी। इसी दौरान एसटीएफ ने छापा मार दिया। शामली के रहने वाले तीन लोगों को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया।
पेपर सबसे पहले मथुरा से लीक होना बताया जा रहा है, हालांकि अभी तीनों लोगों से एसटीएफ पूछताछ करने में लगी हुई है। मनीष उर्फ मोनू पुत्र देवेंद्र मालिक कोतवाली शामली, रवि पुत्र विनोद निवासी कांधला व धर्मेन्द्र पुत्र कुंवर पाल निवासी कोतवाली शामली को आज सुबह पेपर के साथ शामली से गिरफ्तार किया गया है। ये तीनों ही लोग अभ्यर्थियों को पेपर पहुंचाने जा रहे थे।
वहीं मेरठ में आज जिले के विभिन्न केंद्रों पर टीईटी की परीक्षा आयोजित की गई थी, लेकिन पेपर शुरू होने से पहले मथुरा, गाजियाबाद, बुलंदशहर के व्हाट्सएप ग्रुप पर इसका पेपर वायरल हो गया। मामले की जानकारी लगते ही परीक्षा को रद्द कर दिया गया। इससे परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे अभ्यर्थियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
यूपी टीईटी में कुल अभ्यर्थी 45 हजार, प्रथम पाली में 24,915 व द्वितीय पाली में 20,173 अभ्यर्थी सम्मिलित होने पहुंचे थे। मेरठ जिले में 54 केंद्रों पर पहली पाली में 24, 915 अभ्यर्थी थे, जबकि दूसरी पाली में 20,173 अभ्यर्थियों को परीक्षा देनी थी। पहली पाली 10 से 12:30 होनी थी, जबकि दूसरी 2:30 बजे से 5 बजे तक परीक्षा होनी थी। वहीं, अचानक परीक्षा रद्द होने केे बाद परीक्षा देने पहुंचे अभ्यर्थियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है।