मेरठ में सिवालखास विधानसभा सीट से रालोद के सिंबल पर पूर्व विधायक गुलाम मोहम्मद को चुनाव लड़ाए जाने की घोषणा के बाद पूरे सियासी हल्के में भूचाल आ गया है। दिल्ली से लेकर सिवालखास तक लोग खुलकर विरोध में आ गए हैं। रालोद के फेसबुक पेज पर लोगों ने टिकट पर सवाल उठा दिए। लोगों में गुस्सा इतना है कि कई गांवों में जयंत के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रालोद के झंडे में आग लगा दी गई। पूर्व जिलाध्यक्ष राहुल देव ने आहत होकर पार्टी ही छोड़ दी है। जाट महासंघ की तरफ से भी एलान कर दिया है कि अगर सिवालखास से जाट प्रत्याशी नहीं बनाया गया तो वे किसी भी विधानसभा सीट पर गठबंधन को वोट नहीं देंगे।
सिवालखास विधानसभा सीट पर तीन दिन से टिकट को लेकर जंग छिड़ी हुई थी। कार्यकर्ता लगातार दिल्ली जाकर चौधरी जयंत से यहां पर रालोद से जाट प्रत्याशी लड़ाने की मांग कर रहे थे। चौधरी चरण सिंह के संसदीय क्षेत्र की विधानसभा सीट पर कार्यकर्ता सपा के प्रत्याशी को स्वीकार करने के मूड में नहीं थे। कई दिन की महाभारत के बाद मंगलवार शाम को रालोद के फेसबुक पेज पर सपा के पूर्व विधायक गुलाम मोहम्मद को प्रत्याशी घोषित किया गया तो इसका असर तुरंत देखने को मिल गया।
सिवालखास विधानसभा सीट पर तीन दिन से टिकट को लेकर जंग छिड़ी हुई थी। कार्यकर्ता लगातार दिल्ली जाकर चौधरी जयंत से यहां पर रालोद से जाट प्रत्याशी लड़ाने की मांग कर रहे थे। चौधरी चरण सिंह के संसदीय क्षेत्र की विधानसभा सीट पर कार्यकर्ता सपा के प्रत्याशी को स्वीकार करने के मूड में नहीं थे। कई दिन की महाभारत के बाद मंगलवार शाम को रालोद के फेसबुक पेज पर सपा के पूर्व विधायक गुलाम मोहम्मद को प्रत्याशी घोषित किया गया तो इसका असर तुरंत देखने को मिल गया।