मुजफ्फरनगर के कवाल में स्थित दिगंबर जैन मंदिर पर लिखा 'अहिंसा परमो धर्म:' का संदेश उस दिन भूला दिया गया, जब यहां भरे बाजार मलिकपुरा के ममेरे भाइयों सचिन और गौरव की हत्या कर दी गई थी।
इस घटना को सात साल बीत चुके हैं। इन वर्षों में यहां के लोगों ने काफी दुख-दर्द का दंश झेला। समय व्यतीत होने के साथ ही कवाल के लोग अब दंगे का दर्द भूलकर शांति के साथ जीवन व्यतीत करना चाहते हैं। आज की तिथि में कवाल के बाजार में चहल पहल है और लोग रोजमर्रा की जिंदगी में व्यस्त हैं।
इस घटना को सात साल बीत चुके हैं। इन वर्षों में यहां के लोगों ने काफी दुख-दर्द का दंश झेला। समय व्यतीत होने के साथ ही कवाल के लोग अब दंगे का दर्द भूलकर शांति के साथ जीवन व्यतीत करना चाहते हैं। आज की तिथि में कवाल के बाजार में चहल पहल है और लोग रोजमर्रा की जिंदगी में व्यस्त हैं।