सुहावने मौसम और नए साल के आगमन के बीच हस्तिनापुर सेंक्चुअरि देशी-विदेशी पक्षियों और वन्य जीवों से गुलजार है। एक ओर वेटलैंड में हजारों मील दूर से आए विदेशी पक्षियों का कलरव सुनाई देता है तो दूसरी ओर खेतों की पगडंडियों पर नाचते मोर माहौल को दर्शनीय बना रहे हैं। वहीं वन क्षेत्र में धूप सेंकने के लिए झाड़ियों के बीच से अजगर भी निकलकर बाहर आ जाते हैं। मेरठ में नए साल के दिन लोग न सिर्फ पार्टी करने पहुंचे बल्कि कई परिवार गंगा किनारे प्रवासी पक्षियों का भी दीदार करने पहुंचे।
गंगा नदी के किनारे और भीकुंड की झील में सैकड़ों साइबेरियन सारस का डेरा है। इनकी अठखेलियां पक्षी प्रेमियों के आकर्षित कर रही हैं। नववर्ष पर प्रवासी पक्षियों को देखने के लिए कई राज्यों से पर्यटक आते हैं।
आप भी नववर्ष पर शहर के शोर से दूर परिवार के साथ हस्तिनापुर अभ्यारण्य घूमने जा सकते हैं। इन दिनों यहां चारों ओर हरियाली छाई है। सैकड़ों प्रजाति के पक्षी मौजूद हैं। साथ ही महाभारत कालीन अवशेष, प्राचीन महलों के खंडहर, जैन धर्म के प्राचीन स्थल और उनसे जुड़े इतिहास को भी जान सकते हैं।
वर्ष के आखिरी दिन शुक्रवार शाम का सूरज ढला तो मनमोहक नजारा बन गया। साल के आखिरी दिन लोगों ने अस्त होते सूरज का भी नजारा किया और इसके फोटो व तस्वीरें सोशल मीडिया पर डाले।
शहर में नये साल के आगमन का जश्न धूमधाम से मनाया गया। युवाओं ने अपने अंदाज में इसका स्वागत किया। होटल क्रोम में गीत-संगीत की महफिल में लोग जमकर थिरके।