तिहरे हत्याकांड को अंजाम देने वाले दरिंदों ने बर्बरता की सारी हदें पार कर दी थीं। मासूम नैतिक के सामने ही उसके माता-पिता की नृशंस हत्या की। पूरा कमरा खून से लथपथ हो गया था। नैतिक वहीं बैठा रहा। हत्यारे जब उसे भी मारने के लिए बढ़े तो उसने कहा ‘मुझे मत मारो... छोड़ दो’। इसके बाद भी आरोपियों का दिल नहीं पसीजा और उसे भी मौत के घाट उतार दिया। आरोपियों को डर था कि बच्चा उनकी पहचान खोल सकता है। ये बातें खुद आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में कबूली हैं। डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल के मुताबिक गौरव और हिमांशु ने सबसे पहले प्रेम किशोर की हत्या की। उसके बाद ललिता को मौत के घाट उतारा। इससे पहले नैतिक के सिर पर भी रॉड मार दी थी। इससे वह भी बेसुध हो गया था। इसके बाद आरोपियों ने इत्मिनान से लूटपाट की।
काफी देर कमरे में बैठे रहे। कुछ देर बाद हिमांशु ने गौरव से कहा कि बच्चे को छोड़ देते हैं। इस पर गौरव बोला कि नहीं, वह उसको पहचानता है। फंसवा देगा। जिसके बाद हिमांशु ने चापड़ से नैतिक के सिर पर हमला कर दिया। आरोपी चार घंटे तक घर में रहे।
गौरव है वारदात का मास्टरमाइंड
पुलिस के मुताबिक गौरव व हिमांशु गुरुग्राम में नौकरी करते थे। गौरव 11वीं और हिमांशु 10वीं पास है। लॉकडाउन के दौरान दोनों की नौकरी चली गई थी। डीसीपी ने बताया कि गौरव को काफी समय पहले प्रेम किशोर ने मदद के रूप में कुछ रुपये दिए थे। ऐसे में गौरव के दिमाग में आया कि प्रेम को निशाना बनाया जाए। तब उसने व हिमांशु ने एक महीने पहले मंधना में किराये पर कमरा लिया। कई बार वह प्रेम से मिलने आया। जानकारी हुई कि प्रेम मकान बनवा रहा है। तब इसको लगा कि बड़ी रकम मिल सकती है। इसके चलते वारदात को अंजाम दिया।
वारदात के पीछे 35 लाख तो नहीं
पुलिस दावा कर रही कि लूट के लिए वारदात की गई लेकिन रकम महज पांच हजार होने से यह दावा गले नहीं उतर रहा है। पुलिस अफसरों का कहना है कि आरोपियों को उम्मीद थी कि प्रेम के घर लाखों की नकदी व जेवरात मिलेंगे। हालांकि ऐसा हुआ नहीं।
अंत में जो हाथ लगा, वही लेकर भाग गए। पता चला है कि प्रेम ने कुछ समय पहले गौरव को एक जमीन खरीदने के लिए 35 लाख रुपये दिए थे। वह जमीन नहीं दिलवा रहा था। इसको लेकर विवाद भी हुआ था। आशंका यह भी है कि 35 लाख रुपये न देने पड़ें, इसलिए भी वारदात को अंजाम दिया। एडिशनल सीपी कानून-व्यवस्था आकाश कुलहरि का कहना है कि ऐसा कोई तथ्य सामने नहीं आया है। आरोपियों को कस्टडी रिमांड पर लेकर इस संबंध में पूछताछ की जाएगी।