इटावा जिले में सिविल लाइन थाना क्षेत्र के कचौरा घाट रोड पर लोहन्ना चौराहे के पास बृहस्पतिवार भोर करीब पांच बजे बदमाशों की 30 राउंड और पुलिस की ओर से दस राउंड फायरिंग हुई, जिसमें कानपुर कांड के मुख्य आरोप विकास दुबे का राइट हैंड प्रवीण दुबे उर्फ बउआ ढेर हो गया। गोलियां तड़तड़ाईं तो लोग चौराहे से करीब 200 मीटर आगे पहुंचे पर, पुलिस को फायरिंग करते देख वापस घरों में भाग गए। लोगों को करीब एक दशक पहले डकैतों के समय का मंजर याद आ गया।
एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि स्कॉर्पियो सवार चार बदमाश रात करीब 3 बजे बकेवर थाना क्षेत्र में महेवा हाईवे स्थित श्याम ढाबे के पास झारखंड से दिल्ली जा रहे एक परिवार की स्विफ्ट डिजायर कार लूटकर भाग रहे थे। सूचना मिलते ही जिले भर में नाकाबंदी करवाई गई। कचौरा घाट रोड पर आगे पीछे चल रही स्कॉर्पियो और स्विफ्ट कार को रोकने का प्रयास किया गया तो भागने लगे। पीछा करने पर कार अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे पेड़ से टकरा गई। इस पर घेराबंदी करके कार सवारों को पकड़ने का प्रयास किया गया।
इतने में कार सवारों ने फायरिंग शुरू कर दी। बड़ी संख्या में मौजूद एसओजी टीम और सिविल लाइन थाने की फोर्स ने जवाबी फायरिंग की। इस बीच मौका पाकर स्कॉर्पियो सवार बदमाश फरार हो गए। स्विफ्ट कार में बैठा उनका साथी फायरिंग में घायल हुआ। उसे अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
कानपुर कांड में इस्तेमाल बंदूक साथ लेकर भाग रहा था बदमाश
एसएसपी ने बताया कि मारे गए बदमाश की पहचान कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव निवासी प्रवीण दुबे उर्फ बउआ के रूप में हुई। कानपुर की घटना में वह विकास दुबे के साथ वांछित था। उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। उसके पास से अवैध पिस्टल और 12 बोर की डबल बैरल बंदूक बरामद हुई।
बंदूक के बारे में जानकारी करने पर पता चला कि बिकरू गांव निवासी रविंद्र उर्फ रामू की लाइसेंसी है। कानपुर की घटना के बाद मौके से मिले कारतूस के खोखे का मिलान करवाया गया। पता चला कि इसी बंदूक से वारदात वाली रात कई राउंड गोलियां चलाई गईं थीं। एसएसपी ने बताया कि बउआ विकास के साथ कई वारदातों में शामिल रहा। उसके खिलाफ चौबेपुर थाने में हत्या, लूट, डकैती और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर अपराध के चार मुकदमे दर्ज हैं।