कानपुर के श्याम नगर में बदमाश इलाके की चार दिनों से रेकी कर रहे थे। जब देखा कि लगातार इंजीनियर विजय अवस्थी का मकान बंद है और गेट पर ताला लटक रहा है तो उनको यकीन हो गया कि इसमें लंबे समय के लिए लोग बाहर हैं। इसलिए इस घर को बदमाशों ने निशाना बनाया। यह खुलासा खुद पकड़े गए शातिर बदमाश सोनू ने किया। यही नहीं आसपास के कई घरों में वह मजदूरी का काम भी कर चुका है। इसलिए श्याम नगर में ही रेकी कर रहा था। विजय के मकान में एक परिवार किराये पर रहता है। वहीं फतेहपुर निवासी कल्लू घर की देखरेख करते हैं। वहीं रुकते भी हैं।
किरायेदार पिछले कई महीनों से अपने गांव में हैं जबकि कल्लू पांच दिन पहले ही अपने गांव गया था। इसी दौरान सोनू व अन्य साथी इलाके में रेकी कर रहे थे। यह पता कर रहे थे कि कौन सा मकान बंद पड़ा है। जिसमें चोरी की जाए। इस बीच विजय के बंद घर पर उनकी नजर पड़ गई।
पुलिस को किया गुमराह, गलत पता बताया
पुलिस को आरोपी ने बताया था कि वह हमीरपुर का रहने वाला है। जब हमीरपुर पुलिस से उसकी बात करवाकर पूरा पता पूछा तो उसने एक इलाका व मकान नंबर बताया। पुलिस जब वहां पहुंची जो जानकारी हुई कि वहां सोनू का कोई शख्स नहीं रहता है। तब पुलिस ने सख्ती से उससे पूछताछ की। तब उसने बताया कि वह नर्वल के पाली गांव का रहने वाला है।
तमंचा, कारतूस और खोखा बरामद
पुलिस को मकान के पीछे खाली प्लाट में एक तमंचा बरामद हुआ। एक खोखा व एक कारतूस भी मिला। एक पेच कस मिला। जिससे बदमाश ताला तोड़ने का प्रयास कर रहे थे। जिसको पुलिस ने साक्ष्य के तौर पर जांच मं शामिल कर लिया है।
तार काटा, तब भी आवाज आती रही
जैसे ही सोनू मुख्य गेट से भीतर दाखिल हुआ। कैमरे से विजय ने उसको देखना शुरू कर दिया। तुरंत ही वह उसको चेतावनी देकर बाहर जाने को कहने लगे। यह सुनकर सोनू चौंक गया। कैमरे को जाने वाले तार को कोट दिया। मगर उसका एक कनेक्शन भीतर से था। लिहाजा कैमरा व उसका साउंड काम करता रहा। तार कटने के बाद भी विजय की आवाज वहां तक पहुंचती रही। परिजनों ने मंगलवार को कैमरे सही करवाए। मकान में तीन से चार कैमरे लगे हुए हैं। जिससे चप्पे चप्पे पर नजर रहती है।