कोख के सौदागर गैंग के मास्टरमाइंड डॉ. विष्णुकांत को पुलिस ने बंगलूरू से बुधवार सुबह पकड़ लिया है। उसे आगरा लाया जा रहा है। इस गिरोह के सदस्यों को पुलिस ने सबसे पहले 19 जून को पकड़ा था। इसके दो महीने बाद मास्टरमाइंड हाथ आया है। अब उसकी पत्नी अस्मिता की तलाश है।
पुलिस चार दिन पहले बंगलूरू गई थी। तब विष्णुकांत नहीं मिला था। पुलिस लौट आई थी। उसने सोचा कि अब पुलिस नहीं आएगी लेकिन पुलिस फिर से पहुंच गई। सीओ फतेहाबाद विकास जायसवाल ने बताया कि एक सूचना पर पुलिस वहां गई थी। उसे पकड़ लिया गया। अब उससे पूछताछ की जाएगी। फतेहाबाद क्षेत्र में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर पुलिस ने 19 जून को कोख के सौदागर गैंग की फरीदाबाद की नीलम, रूबी समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
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गैंग नेपाल में बच्चों को बेचने का काम कर रहा है। डॉ. विष्णुकांत और उसकी पत्नी अस्मिता गिरोह चलाते हैं। गैंग के सदस्य आनंद राहुल सारस्वत के दिल्ली से पकड़े जाने पर पता चला कि दोनों बंगलूरू में है।
नोएडा में था विष्णुकांड का क्लीनिक
डॉ. विष्णुकांत का क्लीनिक नोएडा में था। अस्मिता नेपाल की है। विष्णुकांत मूल रूप से बंगलूरू का है। गिरोह के सदस्य पकड़े जाने के बाद अस्मिता को लेकर बंगलूरू चला गया था।
सात सवाल पूछेगी पुलिस:
पुलिस ने विष्णुकांत से पूछताछ के लिए सवालों की लिस्ट तैयार रखी है। उससे दस सवाल पूछे जाने हैं।
1. गिरोह में और कौन कौन सदस्य हैं, बच्चे कहां-कहां बेचे गए।
2. अस्मिता कहां चली गई, उसके संपर्क में और कौन कौन है।
3. फरीदाबाद, दिल्ली और सिलिगुड़ी से एजेंट पकड़े गए, इन्होंने कितने बच्चे बेचे।
4. जिन लोगों को बच्चे बेचे गए, वे कौन कौैन हैं, उन्हें कौन एजेंट लाए थे।
5. इस गिरोह में डॉक्टर भी शामिल बताए जा रहे हैं, वे कौन हैं?
6. जून में एजेंटों से दो बच्चे मिले थे, जबकि सरोगेसी से पांच पैदा हुए थे, तीन कहां गए?
7. अस्मिता नेपाल की है, उससे संपर्क कैसे हुआ, वह इस गिरोह से कब जुड़ी?