दिल्ली के श्रद्धा वालकर हत्याकांड की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे इस सनसनीखेज हत्याकांड के राज से पर्दा उठ रहा है। जांच कर रही एसआईटी को अब तक मामले में महरौली और गुरुग्राम के जंगल से श्रद्धा की 25 से 30 हड्डियां मिल चुकी हैं। इसमें जबाड़ा भी शामिल है। इन सभी को जांच के लिए एफएसएल भेजा हुआ है। पुलिस की टीम ने अब तक 50 से अधिक लोगों के बयान दर्ज कर लिए हैं। इसमें श्रद्धा के दोस्त, आफताब के दोस्त, दोनों के कॉमन दोस्त के अलावा दोनों के परिजन भी शामिल हैं। पुलिस एक-एक कर लोगों के बयान दर्ज कर केस में सबूत जुटाने का प्रयास कर रही है। पुलिस अब दावा कर रही है कि उनके पास आफताब को सजा दिलवाने के लिए काफी सबूत इकट्ठे हो चुके हैं। इससे पूर्व पुलिस आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट करवा चुकी है। उसकी रिपोर्ट आना बाकी है।
वहीं, गुरुवार को आरोपी आफताब पूनावाला का रोहिणी स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर अस्पताल में नार्को टेस्ट कराया गया। सुबह 10 बजे शुरू हुआ नार्को टेस्ट करीब दो घंटे तक चला। एफएसएल अधिकारियों व विशेषज्ञों की मौजूदगी टेस्ट के दौरान आफताब से कई सवाल-जवाब किए गए। सूत्रों का कहना है कि उससे 50 से अधिक सवाल पूछे गए जिसमें श्रद्धा की हत्या और शव को ठिकाने लगाने समेत कई राजों को उगलवाने का प्रयास किया गया।
एफएसएल सूत्रों ने दावा किया है कि नार्को टेस्ट पूरी तरह सफल रहा। अब टेस्ट की रिपोर्ट को तैयार कर सीलबंद लिफाफे में अदालत के सामने पेश कर दिया जाएगा। टेस्ट के बाद आफताब की मेडिकल जांच करवाने और काउंसलिंग के बाद दोपहर के समय वापस तिहाड़ जेल भेज दिया गया। इस दौरान पूरी प्रकिया की वीडियोग्राफी भी करवाई गई।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि तय कार्यक्रम के तहत गुरुवार सुबह कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच आफताब पूनावाला को तिहाड़ जेल से अंबेडकर अस्पताल लाया गया। सुबह करीब 10 बजे से उसका टेस्ट शुरू होना था। लेकिन पुलिस की टीम उसे अस्पताल में डेढ़ घंटे पहले ले आई। यहां सबसे पहले उसका मेडिकल करवाया गया। इसके बाद उसे टेस्ट और दवा के प्रभावों के बारे बताकर उसका कंसेंट ले लिया गया। इसके आफताब को अस्पताल की दूसरी मंजिल स्थित ओटी नंबर-दो में ले जाया गया।
यहां नार्को के नोडल अधिकारी डॉ. नवीन कुमार की देखरेख में एनेस्थेटिस्ट ने आफताब को दवा दी। इस दौरान वहां छह से सात फॉरेंसिक एक्सपर्ट के अलावा अंबेडकर अस्पताल के डॉक्टरों की टीम व फोटो एक्सपर्ट भी मौजूद रहे। सुबह करीब 10.00 बजे टेस्ट शुरू हुआ। इस दौरान फॉरेंसिक साइकोलॉजिस्ट ने एक के बाद एक आफताब से सवाल पूछना शुरू किए। सूत्रों का कहना है कि आफताब से 50 से अधिक सवाल पूछे गए, जिसके बाद कई महत्वपूर्ण राजों से पर्दा उठा। गहरी नींद के बीच बार-बार आफताब को थपकी देकर उठाया जाता और उससे सवालों के जवाब लिये जाते।