न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बलरामपुर
Updated Sat, 28 Nov 2020 12:49 PM IST
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दबंगों ने घर में मौजूद पत्रकार को साथी समेत जिंदा जला दिया। पत्रकार ने अस्पताल में मौत से पहले दिए गए बयान में दबंगों पर जलाने का आरोप लगाया है। पत्रकार के पिता ने भी दबंगों पर घर में घुसकर बेटे और उसके साथी पर बम से हमला करने का आरोप लगाया है। पुलिस तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
थाना कोतवाली बलरामपुर देहात के ग्राम कलवारी में राकेश सिंह निर्भीक (35) पत्रकार अपनी पत्नी व दो बेटियों के साथ रहते थे। बीते दिन उनकी पत्नी विभा सिंह बेटियों के साथ नगर के मोहल्ला नई बस्ती निवासी अपनी ननद के यहां गई थी। शुक्रवार रात राकेश ग्राम विशुनीपुर निवासी अपने मित्र पिंटू साहू (36) के साथ अपने घर में थे। मध्यरात्रि कमरे में अचानक आग लग गई। आग में राकेश और पिंटू बुरी तरह से झुलस गए। कमरे की एक दीवार भी धमाके के साथ क्षतिग्रस्त हो गई। झुलसने के चलते पिंटू साहू की मौके पर ही मौत हो गई। मौके पर पहुंची फायर सर्विस तथा पुलिस की टीम ने आग पर काबू पाया और राकेश को इलाज के लिए जिला संयुक्त चिकित्सालय ले गई।
अस्पताल में राकेश चीख-चीखकर कह रहा था कि वह एक बड़ी खबर लिख रहा था। इसी वजह से पंच व प्रधान आदि लोगों ने उसे जिंदा जला दिया। हालांकि उसने अपने बयान में किसी का नाम नहीं लिया है। हालत गंभीर होने पर डॉक्टर ने उसे लखनऊ रेफर कर दिया। पुलिस ने उसे लखनऊ स्थित सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान राकेश ने भी दम तोड़ दिया।
जिस कमरे में राकेश सिंह निर्भीक व पिंटू साहू के साथ घटना हुई है उस कमरे के दरवाजे में बाहर से ताला बंद था। इन दोनों के मोबाइल भी कमरे के बाहर मेज पर रखे हुए थे। राकेश की पत्नी का कहना है कि ताला उनके घर का नहीं है। कयास लगाया जा रहा है कि कमरे के बाहर का दरवाजा दबंगों ने ही लॉक किया होगा।
एसपी बलरामपुर देवरंजन वर्मा ने बताया कि कलवारी गांव निवासी पत्रकार राकेश सिंह निर्भीक व उनके साथी पिंटू साहू की कमरे में जलने से मौत हुई है। घटना संदिग्ध है। पूरे मामले की गहराई से छानबीन की जा रही है। तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इन तीनों में एक वर्तमान और एक पूर्व प्रधान शामिल हैं। शीघ्र ही घटना के कारणों का खुलासा कर दिया जाएगा।
दबंगों ने घर में मौजूद पत्रकार को साथी समेत जिंदा जला दिया। पत्रकार ने अस्पताल में मौत से पहले दिए गए बयान में दबंगों पर जलाने का आरोप लगाया है। पत्रकार के पिता ने भी दबंगों पर घर में घुसकर बेटे और उसके साथी पर बम से हमला करने का आरोप लगाया है। पुलिस तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
थाना कोतवाली बलरामपुर देहात के ग्राम कलवारी में राकेश सिंह निर्भीक (35) पत्रकार अपनी पत्नी व दो बेटियों के साथ रहते थे। बीते दिन उनकी पत्नी विभा सिंह बेटियों के साथ नगर के मोहल्ला नई बस्ती निवासी अपनी ननद के यहां गई थी। शुक्रवार रात राकेश ग्राम विशुनीपुर निवासी अपने मित्र पिंटू साहू (36) के साथ अपने घर में थे। मध्यरात्रि कमरे में अचानक आग लग गई। आग में राकेश और पिंटू बुरी तरह से झुलस गए। कमरे की एक दीवार भी धमाके के साथ क्षतिग्रस्त हो गई। झुलसने के चलते पिंटू साहू की मौके पर ही मौत हो गई। मौके पर पहुंची फायर सर्विस तथा पुलिस की टीम ने आग पर काबू पाया और राकेश को इलाज के लिए जिला संयुक्त चिकित्सालय ले गई।
अस्पताल में राकेश चीख-चीखकर कह रहा था कि वह एक बड़ी खबर लिख रहा था। इसी वजह से पंच व प्रधान आदि लोगों ने उसे जिंदा जला दिया। हालांकि उसने अपने बयान में किसी का नाम नहीं लिया है। हालत गंभीर होने पर डॉक्टर ने उसे लखनऊ रेफर कर दिया। पुलिस ने उसे लखनऊ स्थित सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान राकेश ने भी दम तोड़ दिया।
बाहर से बंद था कमरे का दरवाजा
जिस कमरे में राकेश सिंह निर्भीक व पिंटू साहू के साथ घटना हुई है उस कमरे के दरवाजे में बाहर से ताला बंद था। इन दोनों के मोबाइल भी कमरे के बाहर मेज पर रखे हुए थे। राकेश की पत्नी का कहना है कि ताला उनके घर का नहीं है। कयास लगाया जा रहा है कि कमरे के बाहर का दरवाजा दबंगों ने ही लॉक किया होगा।
एसपी बलरामपुर देवरंजन वर्मा ने बताया कि कलवारी गांव निवासी पत्रकार राकेश सिंह निर्भीक व उनके साथी पिंटू साहू की कमरे में जलने से मौत हुई है। घटना संदिग्ध है। पूरे मामले की गहराई से छानबीन की जा रही है। तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इन तीनों में एक वर्तमान और एक पूर्व प्रधान शामिल हैं। शीघ्र ही घटना के कारणों का खुलासा कर दिया जाएगा।