न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जम्मू
Updated Tue, 01 Sep 2020 12:47 PM IST
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जम्मू संभाग में सांबा जिले के सीमावर्ती गांव बैनगलाड की भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीते दिनों पाकिस्तानी रेजरों की मदद से घुसपैठ के लिए बनाई गई सुरंग को बीएसएफ के जवानों ने ढूंढ निकाला था। इसको लेकर एनआईए की टीम ने भी सोमवार को उक्त क्षेत्र का दौरा कर मंथन किया।
शुक्रवार को बीएसएफ के जवानों के एक दल ने बैनगलाड सीमा के निकट एक सुंरग को ढूंढ निकाला। जो 170 मीटर भारतीय सीमा के अंदर थी और जमीन से 25 फीट नीचे थी। सुरंग की गोलाई दो से ढाई फीट है। इसके मुहाने पर सीमेंट के बैग लगे थे, जो पाकिस्तान के कराची व शकरगढ़ के कारखाने के बने हुए थे।
सुरंग मिलने पर सोमवार को एनआईए के एसपी राजेश सिंह व जम्मू-कश्मीर पुलिस के एसपी ऑपरेशन नरेश सिंह ने बैनगलाड की सीमा में निकाली गई सुरंग स्थल पर पहुंच कर जायजा लिया और हर पहलू पर गंभीरता से मंथन किया। वह काफी देर तक सीमा के अग्रिम क्षेत्र पर रहे।
नगरोटा में बन टोल प्लाजा पर आतंकी मुठभेड़ में जो ट्रक चालक आतंकियों को बसंतर दरिया से बैठा कर ले गया था, उसके चालक को साथ लेकर एनआईए की टीम ने दो बार बसंतर दरिया के किनारों व सीमा तक गहन जांच की थी।
बीएसएफ की अग्रिम पोस्ट तक भी एनआईए की टीम पहुंची थी। जबकि बीएसएफ के अधिकारियों का कहना था कि सीमा पर लगाई गई तार को कहीं से भी नहीं काटा गया है। इस पर एनआईए की टीम लौट गई थी। अब एक बार फिर से एनआईए की टीम पुख्ता जानकारी जुटाने के लिए सीमा पर पहुंची है।
जम्मू संभाग में सांबा जिले के सीमावर्ती गांव बैनगलाड की भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीते दिनों पाकिस्तानी रेजरों की मदद से घुसपैठ के लिए बनाई गई सुरंग को बीएसएफ के जवानों ने ढूंढ निकाला था। इसको लेकर एनआईए की टीम ने भी सोमवार को उक्त क्षेत्र का दौरा कर मंथन किया।
शुक्रवार को बीएसएफ के जवानों के एक दल ने बैनगलाड सीमा के निकट एक सुंरग को ढूंढ निकाला। जो 170 मीटर भारतीय सीमा के अंदर थी और जमीन से 25 फीट नीचे थी। सुरंग की गोलाई दो से ढाई फीट है। इसके मुहाने पर सीमेंट के बैग लगे थे, जो पाकिस्तान के कराची व शकरगढ़ के कारखाने के बने हुए थे।
सुरंग मिलने पर सोमवार को एनआईए के एसपी राजेश सिंह व जम्मू-कश्मीर पुलिस के एसपी ऑपरेशन नरेश सिंह ने बैनगलाड की सीमा में निकाली गई सुरंग स्थल पर पहुंच कर जायजा लिया और हर पहलू पर गंभीरता से मंथन किया। वह काफी देर तक सीमा के अग्रिम क्षेत्र पर रहे।
नगरोटा में बन टोल प्लाजा पर आतंकी मुठभेड़ में जो ट्रक चालक आतंकियों को बसंतर दरिया से बैठा कर ले गया था, उसके चालक को साथ लेकर एनआईए की टीम ने दो बार बसंतर दरिया के किनारों व सीमा तक गहन जांच की थी।
बीएसएफ की अग्रिम पोस्ट तक भी एनआईए की टीम पहुंची थी। जबकि बीएसएफ के अधिकारियों का कहना था कि सीमा पर लगाई गई तार को कहीं से भी नहीं काटा गया है। इस पर एनआईए की टीम लौट गई थी। अब एक बार फिर से एनआईए की टीम पुख्ता जानकारी जुटाने के लिए सीमा पर पहुंची है।