न्यूज डेस्क, अमर उजाला, रोहतक (हरियाणा)
Published by: निवेदिता वर्मा
Updated Mon, 06 Sep 2021 04:08 PM IST
रोहतक में मां-बाप, बहन और नानी की हत्या करने के आरोपी अभिषेक उर्फ मोनू मलिक को पांच दिन के रिमांड के बाद सोमवार को पुलिस ने अदालत में पेश किया। जहां से उसे 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में सुनारिया जेल भेज दिया गया। इस सनसनीखेज हत्याकांड में अन्य कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
रोहतक के विजय नगर चौहरे हत्याकांड में पुलिस की जांच पूरी हो गई है। पुलिस जांच पर कई सवाल उठ रहे हैं। अभिषेक ने जिस दोस्त के लिए अपने परिवार के चार लोगों को मौत के घाट उतार दिया, उसे साजिश की भनक तक नहीं लगी। कहीं वह अपने दोस्त को बचाना तो नहीं चाह रहा है।
रविवार को मीडिया की ओर पूछे गए एक सवाल के जवाब में डीएसपी मुख्यालय गोरखपाल राणा ने बताया कि अभी तक हत्यारोपी के दोस्त कार्तिक के खिलाफ कोई सुबूत नहीं मिले हैं। उसके खिलाफ जांच चल रही है। अभी उसे क्लीनचिट नहीं दी गई है। सुबूत मिले तो उसे भी जरूर गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि अभिषेक और उसके दोस्त के बीच समलैंगिक संबंध हैं। संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए आरोपी अपना लिंग परिवर्तन कराना चाहता था। इसके लिए उसने पिता से पैसे मांगे थे। इस पर पिता ने अभिषेक को जमकर डांटा था। साथ ही उसे रुपये भी देने से मना कर दिया था।
पिता से रुपये नहीं मिलने के कारण अभिषेक 20 दिनों से परेशान चल रहा था। उसने दिल्ली से अपने दोस्त को रोहतक बुलाया। इस दौरान दोनों शहर एक होटल में दो दिन तक ठहरे रहे। इसके बाद अभिषेक ने रुपये न मिलने से नाराज होकर वारदात को अंजाम दे दिया। हत्या की वारदात को अंजाम देने के लिए अभिषेक ने घर में रखे अपने पिता के 32 बोर के अवैध रिवाल्वर का उपयोग किया था।
विस्तार
रोहतक में मां-बाप, बहन और नानी की हत्या करने के आरोपी अभिषेक उर्फ मोनू मलिक को पांच दिन के रिमांड के बाद सोमवार को पुलिस ने अदालत में पेश किया। जहां से उसे 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में सुनारिया जेल भेज दिया गया। इस सनसनीखेज हत्याकांड में अन्य कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
रोहतक के विजय नगर चौहरे हत्याकांड में पुलिस की जांच पूरी हो गई है। पुलिस जांच पर कई सवाल उठ रहे हैं। अभिषेक ने जिस दोस्त के लिए अपने परिवार के चार लोगों को मौत के घाट उतार दिया, उसे साजिश की भनक तक नहीं लगी। कहीं वह अपने दोस्त को बचाना तो नहीं चाह रहा है।
रविवार को मीडिया की ओर पूछे गए एक सवाल के जवाब में डीएसपी मुख्यालय गोरखपाल राणा ने बताया कि अभी तक हत्यारोपी के दोस्त कार्तिक के खिलाफ कोई सुबूत नहीं मिले हैं। उसके खिलाफ जांच चल रही है। अभी उसे क्लीनचिट नहीं दी गई है। सुबूत मिले तो उसे भी जरूर गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि अभिषेक और उसके दोस्त के बीच समलैंगिक संबंध हैं। संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए आरोपी अपना लिंग परिवर्तन कराना चाहता था। इसके लिए उसने पिता से पैसे मांगे थे। इस पर पिता ने अभिषेक को जमकर डांटा था। साथ ही उसे रुपये भी देने से मना कर दिया था।
पिता से रुपये नहीं मिलने के कारण अभिषेक 20 दिनों से परेशान चल रहा था। उसने दिल्ली से अपने दोस्त को रोहतक बुलाया। इस दौरान दोनों शहर एक होटल में दो दिन तक ठहरे रहे। इसके बाद अभिषेक ने रुपये न मिलने से नाराज होकर वारदात को अंजाम दे दिया। हत्या की वारदात को अंजाम देने के लिए अभिषेक ने घर में रखे अपने पिता के 32 बोर के अवैध रिवाल्वर का उपयोग किया था।