संदीप पुनिया टोक्यो ओलंपिक खेलों में भाग लेने वाले जिले का एक मात्र खिलाड़ी है। उन्होंने 20 किलोमीटर पैदल चाल में 23वीं रैंक प्राप्त की थी। इससे पहले वो रियो ओलंपिक में भी भाग ले चुके हैं।
पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष उन्होंने बेहतर प्रदर्शन किया लेकिन पदक से चूक गए। अमर उजाला टीम ने उनका साक्षात्कार किया। इस दौरान संदीप पुनिया ने बताया कि वो पेरिस ओलंपिक के लिए बेहतरीन तैयारी करेंगे और देश को मेडल दिलाएंगे। उन्होंने बताया कि इस बार जो खिलाड़ियों का स्वागत हुआ। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा पंचकूला में सम्मानित, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पार्टी, राष्ट्रपति के साथ राष्ट्रपति भवन में मुलाकात और स्वतंत्रता दिवस पर सभी खिलाड़ियों को लाल किले पर आमंत्रित किया जाने, ये सभी चीजें वर्तमान तथा आने वाले खिलाड़ियों को बहुत मोटिवेट करेंगी। उन्होंने बताया कि इन सब से परिजन जागरूक होंगे और अपने बच्चों की प्रतिभा पहचान कर उनको खेलने का मौका देंगे।
सवाल: पहले 10 किलोमीटर तक आप दूसरे नंबर पर चल रहे थे। बाद में कैसे आप फिसलते चले गए?
जवाब: हर खिलाड़ी अपना बेहतरीन प्रदर्शन प्रयास करता है। यह एक तकनीकी खेल है। मुझे दो येलो कार्ड मिल गए थे। तीसरे फाउल में मुझे प्रतियोगिता से ही बाहर होना पड़ता। इसलिए मुझे अपनी चाल धीमी करनी पड़ी। लेकिन रियो ओलंपिक के मुकाबले में मैंने बेहतर किया है। रियो में 33वीं रैंक थी और इस बार 23वीं रैंक रही है।
सवाल: पेरिस 2024 में होने वाले ओलंपिक खेलों के बारे में आपने क्या सोचा है?
जबाव: निश्चित रूप से मैं पेरिस ओलंपिक खेलूंगा। उसके लिए पहले से बेहतरीन अभ्यास करूंगा और देश को मेडल दिलाने का प्रयास करूंगा। अभी 2022 में एशियन चैंपियनशिप, कॉमनवेल्थ गेेम, वर्ल्ड चैंपियनशिप, अंतर्राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भाग लूंगा। उसके लिए जल्द ही तैयार शुरू कर दूंगा।
सवाल: सरकार से कितना स्पॉट मिला और उसको आप किस तरह से देखते हैं?
जवाब: केंद्र एवं प्रदेश सरकार ने खिलाड़ियों का बेहतरीन स्पॉट किया है। पंचकूला में सीएम मनोहर, दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने खिलाड़ियों को खूब मोटिवेट किया। इस बार खिलाड़ियों को ओलंपिक में आने के बाद जो सम्मान मिला है, इससे पहले कभी नहीं मिला।
सवाल: देश ने इस ओलंपिक में पहले के मुकाबले अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन हम चीन, जापान, अमेरिका जितने मेडल कभी नहीं जीत पाए तो उनके बराबर जाने के लिए सरकार को क्या करना होगा?
जवाब: देश के खिलाड़ियों ने पहले के मुकाबले इस बार अच्छा प्रदर्शन किया है। ओलंपिक अधिक से अधिक मेडल आएं, इसके लिए सरकार सोचने लंगी। इस सरकार में काफी बदलाव आया है। प्रधानमंत्री स्वयं खिलाड़ियों एवं कोचों से उनकी कमियों के बारे में पूछ रहे थे तथा उनसे सुझाव भी ले रहे थे ताकि भविष्य में और अच्छी खेल नीति बनाई जा सके।
सवाल: जिले में अभी तक आपके अलावा कोई भी ओलंपिक में नहीं पहुंचा है। क्या क्षेत्र में प्रतिभा की कमी है या फिर कुछ ओर कमियां हैं?
जवाब: महेंद्रगढ़ जिले में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। ग्रामीण क्षेत्र में अनेक प्रतिभाएं हैं लेकिन जिले के लोग खेलों के प्रति जागरूक नहीं हैं। यहां पर लोग पढ़ाई को अधिक महत्व देते हैं। परिजनों को आगे आना होगा और उन्हें अपने बच्चों को स्पॉट करना होगा। बहुत से बच्चे खेलों में अच्छा करतें हैं लेकिन उनको पारिवारिक स्पॉट नहीं मिलने से उनको बीच में खेल छोड़ना पड़ता है।
विस्तार
संदीप पुनिया टोक्यो ओलंपिक खेलों में भाग लेने वाले जिले का एक मात्र खिलाड़ी है। उन्होंने 20 किलोमीटर पैदल चाल में 23वीं रैंक प्राप्त की थी। इससे पहले वो रियो ओलंपिक में भी भाग ले चुके हैं।
पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष उन्होंने बेहतर प्रदर्शन किया लेकिन पदक से चूक गए। अमर उजाला टीम ने उनका साक्षात्कार किया। इस दौरान संदीप पुनिया ने बताया कि वो पेरिस ओलंपिक के लिए बेहतरीन तैयारी करेंगे और देश को मेडल दिलाएंगे। उन्होंने बताया कि इस बार जो खिलाड़ियों का स्वागत हुआ। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा पंचकूला में सम्मानित, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पार्टी, राष्ट्रपति के साथ राष्ट्रपति भवन में मुलाकात और स्वतंत्रता दिवस पर सभी खिलाड़ियों को लाल किले पर आमंत्रित किया जाने, ये सभी चीजें वर्तमान तथा आने वाले खिलाड़ियों को बहुत मोटिवेट करेंगी। उन्होंने बताया कि इन सब से परिजन जागरूक होंगे और अपने बच्चों की प्रतिभा पहचान कर उनको खेलने का मौका देंगे।
सवाल: पहले 10 किलोमीटर तक आप दूसरे नंबर पर चल रहे थे। बाद में कैसे आप फिसलते चले गए?
जवाब: हर खिलाड़ी अपना बेहतरीन प्रदर्शन प्रयास करता है। यह एक तकनीकी खेल है। मुझे दो येलो कार्ड मिल गए थे। तीसरे फाउल में मुझे प्रतियोगिता से ही बाहर होना पड़ता। इसलिए मुझे अपनी चाल धीमी करनी पड़ी। लेकिन रियो ओलंपिक के मुकाबले में मैंने बेहतर किया है। रियो में 33वीं रैंक थी और इस बार 23वीं रैंक रही है।
सवाल: पेरिस 2024 में होने वाले ओलंपिक खेलों के बारे में आपने क्या सोचा है?
जबाव: निश्चित रूप से मैं पेरिस ओलंपिक खेलूंगा। उसके लिए पहले से बेहतरीन अभ्यास करूंगा और देश को मेडल दिलाने का प्रयास करूंगा। अभी 2022 में एशियन चैंपियनशिप, कॉमनवेल्थ गेेम, वर्ल्ड चैंपियनशिप, अंतर्राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भाग लूंगा। उसके लिए जल्द ही तैयार शुरू कर दूंगा।
सवाल: सरकार से कितना स्पॉट मिला और उसको आप किस तरह से देखते हैं?
जवाब: केंद्र एवं प्रदेश सरकार ने खिलाड़ियों का बेहतरीन स्पॉट किया है। पंचकूला में सीएम मनोहर, दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने खिलाड़ियों को खूब मोटिवेट किया। इस बार खिलाड़ियों को ओलंपिक में आने के बाद जो सम्मान मिला है, इससे पहले कभी नहीं मिला।
सवाल: देश ने इस ओलंपिक में पहले के मुकाबले अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन हम चीन, जापान, अमेरिका जितने मेडल कभी नहीं जीत पाए तो उनके बराबर जाने के लिए सरकार को क्या करना होगा?
जवाब: देश के खिलाड़ियों ने पहले के मुकाबले इस बार अच्छा प्रदर्शन किया है। ओलंपिक अधिक से अधिक मेडल आएं, इसके लिए सरकार सोचने लंगी। इस सरकार में काफी बदलाव आया है। प्रधानमंत्री स्वयं खिलाड़ियों एवं कोचों से उनकी कमियों के बारे में पूछ रहे थे तथा उनसे सुझाव भी ले रहे थे ताकि भविष्य में और अच्छी खेल नीति बनाई जा सके।
सवाल: जिले में अभी तक आपके अलावा कोई भी ओलंपिक में नहीं पहुंचा है। क्या क्षेत्र में प्रतिभा की कमी है या फिर कुछ ओर कमियां हैं?
जवाब: महेंद्रगढ़ जिले में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। ग्रामीण क्षेत्र में अनेक प्रतिभाएं हैं लेकिन जिले के लोग खेलों के प्रति जागरूक नहीं हैं। यहां पर लोग पढ़ाई को अधिक महत्व देते हैं। परिजनों को आगे आना होगा और उन्हें अपने बच्चों को स्पॉट करना होगा। बहुत से बच्चे खेलों में अच्छा करतें हैं लेकिन उनको पारिवारिक स्पॉट नहीं मिलने से उनको बीच में खेल छोड़ना पड़ता है।