कोरोना के गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ जिला समेत प्रदेश में ऑक्सीजन गैस की खपत अचानक बढ़ गई है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कल्पना चावला मेडिकल कालेज में सिलेंडरों की खपत कई गुना बढ़ गई है। वहीं ऑक्सीजन गैस के दाम दो से ढाई गुना तक बढ़ गए हैं। इस हड़बड़ी में कंपनियां मनमाने रेट वसूलने की फिराक में है। अगर सरकार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया तो इस मामले में भारी खेल हो सकता है।
इस समय मेडिकल कालेज में 150 के करीब मरीज दाखिल हैं। इनमें 70 कोरोना पाजिटिव हैं, जबकि 75 के करीब मरीज संदिग्ध हैं, जिनको कोराना के लक्षण हैं या अन्य बीमारियां भी हैं। कोविड के 70 मरीजों में से करीब 12 से 15 वेंटीलेटर पर हैं, 15 से 20 को आक्सीजन पर रखा जाता है। ऐसे में आक्सीजन की खपत पहले के मुकाबले काफी ज्यादा बढ़ गई है। कारण ये है कि एक सप्ताह से रोज कोरोना के 100 के करीब केस आ रहे हैं। अनुमान है कि पहले 200 लीटर प्रतिदिन की खपत थी, अब आंकड़ा 800 से 1000 लीटर तक पहुंच गया है।
200 रुपये का सिलिंडर 400 से 450 तक पहुंचा
पहले एक गैस सिलिंडर जिसमें 7 क्यूबिक मीटर गैस आती है। इसका रेट 200 रुपये था, अब यह रेट 400 से 450 रुपये तक पहुंच गया है। बुकिंग के बाद सप्लाई भी देर से मिल रही है। हालात ये हैं कि निजी अस्पतालों में भी आक्सीजन गैस की डिमांड बढ़ गई है। एक खाली सिलिंडर का वजन 50 से 60 किलो होता है और गैस 120 से 150 प्रैसर के हिसाब से भरी जाती है।
खपत ज्यादा और दो प्लांट बंद होने से बढ़े रेट
एक गैस एजेंसी संचालक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पीछे से ही गैस कम आ रही है। साथ ही प्लांटों की ओर से गैस के दाम बढ़ाए गए हैं। इसके अलावा, पानीपत रिफाइनरी और लिंगडे कंपनी के आक्सीजन प्लांट बंद हैं। इस कारण उत्पादन कम होने के कारण रेट में बढ़ोतरी हुई है। लेकिन ये कुछ दिन के लिए है, जैसे ही प्लांट चालू होंगे, सब सुचारू हो जाएगा। हमारे यहां गैस की सप्लाई बठिंडा, उत्तराखंड और हिमाचल से हो रही है।
खपत बढ़ी, लेकिन मेडिकल कालेज में पर्याप्त गैस : डा. दुरेजा
मेडिकल कालेज के निदेशक डा. जेसी दुरेजा का कहना है कि कालेज प्लांट में पर्याप्त आक्सीजन है। हमने पहले से एजेंसी से अनुबंध कर रखा है और सुचारू गैस मिल रही है। ये बात सच है कि आक्सीजन गैस की खपत बढ़ गई है, लेकिन गैस को लेकर किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं है। वहीं सीएमओ डा. योगेश शर्मा ने बताया कि गैस के दाम बढ़ने की जानकारी नहीं है। अगर कोई गड़बड़ी करेगा तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। साथ ही ये भी जांच कराई जाएगी कि कहीं कोई गैस की कालाबाजारी तो नहीं कर रहा है।
कोरोना के गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ जिला समेत प्रदेश में ऑक्सीजन गैस की खपत अचानक बढ़ गई है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कल्पना चावला मेडिकल कालेज में सिलेंडरों की खपत कई गुना बढ़ गई है। वहीं ऑक्सीजन गैस के दाम दो से ढाई गुना तक बढ़ गए हैं। इस हड़बड़ी में कंपनियां मनमाने रेट वसूलने की फिराक में है। अगर सरकार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया तो इस मामले में भारी खेल हो सकता है।
इस समय मेडिकल कालेज में 150 के करीब मरीज दाखिल हैं। इनमें 70 कोरोना पाजिटिव हैं, जबकि 75 के करीब मरीज संदिग्ध हैं, जिनको कोराना के लक्षण हैं या अन्य बीमारियां भी हैं। कोविड के 70 मरीजों में से करीब 12 से 15 वेंटीलेटर पर हैं, 15 से 20 को आक्सीजन पर रखा जाता है। ऐसे में आक्सीजन की खपत पहले के मुकाबले काफी ज्यादा बढ़ गई है। कारण ये है कि एक सप्ताह से रोज कोरोना के 100 के करीब केस आ रहे हैं। अनुमान है कि पहले 200 लीटर प्रतिदिन की खपत थी, अब आंकड़ा 800 से 1000 लीटर तक पहुंच गया है।
200 रुपये का सिलिंडर 400 से 450 तक पहुंचा
पहले एक गैस सिलिंडर जिसमें 7 क्यूबिक मीटर गैस आती है। इसका रेट 200 रुपये था, अब यह रेट 400 से 450 रुपये तक पहुंच गया है। बुकिंग के बाद सप्लाई भी देर से मिल रही है। हालात ये हैं कि निजी अस्पतालों में भी आक्सीजन गैस की डिमांड बढ़ गई है। एक खाली सिलिंडर का वजन 50 से 60 किलो होता है और गैस 120 से 150 प्रैसर के हिसाब से भरी जाती है।
खपत ज्यादा और दो प्लांट बंद होने से बढ़े रेट
एक गैस एजेंसी संचालक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पीछे से ही गैस कम आ रही है। साथ ही प्लांटों की ओर से गैस के दाम बढ़ाए गए हैं। इसके अलावा, पानीपत रिफाइनरी और लिंगडे कंपनी के आक्सीजन प्लांट बंद हैं। इस कारण उत्पादन कम होने के कारण रेट में बढ़ोतरी हुई है। लेकिन ये कुछ दिन के लिए है, जैसे ही प्लांट चालू होंगे, सब सुचारू हो जाएगा। हमारे यहां गैस की सप्लाई बठिंडा, उत्तराखंड और हिमाचल से हो रही है।
खपत बढ़ी, लेकिन मेडिकल कालेज में पर्याप्त गैस : डा. दुरेजा
मेडिकल कालेज के निदेशक डा. जेसी दुरेजा का कहना है कि कालेज प्लांट में पर्याप्त आक्सीजन है। हमने पहले से एजेंसी से अनुबंध कर रखा है और सुचारू गैस मिल रही है। ये बात सच है कि आक्सीजन गैस की खपत बढ़ गई है, लेकिन गैस को लेकर किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं है। वहीं सीएमओ डा. योगेश शर्मा ने बताया कि गैस के दाम बढ़ने की जानकारी नहीं है। अगर कोई गड़बड़ी करेगा तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। साथ ही ये भी जांच कराई जाएगी कि कहीं कोई गैस की कालाबाजारी तो नहीं कर रहा है।