न्यूज डेस्क, अमर उजाला, वाराणसी
Published by: गीतार्जुन गौतम
Updated Tue, 14 Sep 2021 09:36 PM IST
राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (नीट )में फर्जीवाड़ा करने वाले सॉल्वर गिरोह पर वाराणसी पुलिस की कार्रवाई जारी है। इस मामले में मंगलवार को दो गिरफ्तारियां हुईं। इसमें साल्वर गैंग के मुख्य आरोपी केजीएमयू में एमबीबीएस के अंतिम वर्ष के छात्र डॉ. ओसामा शाहिद और बीएचयू में बीडीएस की छात्र जूली के भाई अभय कुमार मेहता को पुलिस ने मंगलवार को पांडेयपुर क्षेत्र से दबोचा।
मऊ के मोहम्मदाबाद गोहना निवासी डॉ. ओसामा शाहिद के कब्जे से पुलिस ने 15 प्रवेश पत्र की प्रति, चार फोटो, चार कारगो कूरियर रसीद और मोबाइल फोन बरामद किए, इसमें साल्वर गैंग की चैटिंग डाक्यूमेंट्स, बैंक लेनदेन का विवरण मौजूद है।
पूछताछ में डॉ. ओसामा ने कबूला कि परीक्षा में असली परीक्षार्थियों के स्थान पर सॉल्वर को बैठा कर पास कराने का ठेका लेता है और प्रवेश होने पर अभ्यर्थियों से 20 से 30 लाख रुपये तक की रकम वसूली जाती है। रविवार को नीट परीक्षा की द्वितीय पाली में पटना के बहादुरपुर थाना अंतर्गत सदलपुर वैष्णवी नगर कॉलोनी निवासी जूली कुमारी को सॉल्वर के तौर पर तैयार किया गया था।
यह भी पढ़ेंः त्रिपुरा की हिना की जगह नीट परीक्षा में बैठी थी बीएचयू की टॉपर छात्रा, मां ने डॉक्टर से बेटी को बना दिया मुजरिम
वहीं अभय कुमार मेहता ने बताया कि ओसामा से मुलाकात कराने वाला बिहार खगड़िया के सिकड़ी गांव निवासी विकास कुमार महतो है, उसने ही पांच लाख का लालच दिया था।
रविवार को सारनाथ पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने सोनातालाब स्थित केंद्र से साल्वर बीएचयू बीडीएस छात्रा जूली कुमारी और केंद्र के बाहर मां बबिता को गिरफ्तार किया था। जिन्हें जेल भेज दिया गया है। उधर, त्रिपुरा की रहने वाली अभ्यर्थी हिना विश्वास और उसके पिता की गिरफ्तारी को लेकर भी टीमें भेजी जाएंगी।
पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने कहा कि दोनों से पूछताछ में अंतरराज्यीय गैंग के उत्तर प्रदेश, बिहार व अन्य राज्यों के सदस्यों की पहचान हुई है और गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गई हैं। गैंग के मुख्य सरगना पटना निवासी पीके की तलाश में एक टीम पटना रवाना हुई है।
ओसामा ने गिरफ्तारी से पहले मोबाइल के सभी डाटा को डिलीट कर दिए। पुलिस के अनुसार मोबाइल में कई राज छिपे हो सकते हैं। इसलिए डाटा को डिलीट किया गया। हालांकि साइबर फोरेंसिक टीम डाटा रिकवरी में जुटी हुई है। अन्य कई जानकारियां ओसामा और अभय से जुटाई जा रही हैं।
विस्तार
राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (नीट )में फर्जीवाड़ा करने वाले सॉल्वर गिरोह पर वाराणसी पुलिस की कार्रवाई जारी है। इस मामले में मंगलवार को दो गिरफ्तारियां हुईं। इसमें साल्वर गैंग के मुख्य आरोपी केजीएमयू में एमबीबीएस के अंतिम वर्ष के छात्र डॉ. ओसामा शाहिद और बीएचयू में बीडीएस की छात्र जूली के भाई अभय कुमार मेहता को पुलिस ने मंगलवार को पांडेयपुर क्षेत्र से दबोचा।
मऊ के मोहम्मदाबाद गोहना निवासी डॉ. ओसामा शाहिद के कब्जे से पुलिस ने 15 प्रवेश पत्र की प्रति, चार फोटो, चार कारगो कूरियर रसीद और मोबाइल फोन बरामद किए, इसमें साल्वर गैंग की चैटिंग डाक्यूमेंट्स, बैंक लेनदेन का विवरण मौजूद है।
पूछताछ में डॉ. ओसामा ने कबूला कि परीक्षा में असली परीक्षार्थियों के स्थान पर सॉल्वर को बैठा कर पास कराने का ठेका लेता है और प्रवेश होने पर अभ्यर्थियों से 20 से 30 लाख रुपये तक की रकम वसूली जाती है। रविवार को नीट परीक्षा की द्वितीय पाली में पटना के बहादुरपुर थाना अंतर्गत सदलपुर वैष्णवी नगर कॉलोनी निवासी जूली कुमारी को सॉल्वर के तौर पर तैयार किया गया था।
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वहीं अभय कुमार मेहता ने बताया कि ओसामा से मुलाकात कराने वाला बिहार खगड़िया के सिकड़ी गांव निवासी विकास कुमार महतो है, उसने ही पांच लाख का लालच दिया था।