न्यूज डेस्क, अमर उजाला, वाराणसी
Updated Sun, 25 Oct 2020 07:07 PM IST
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वाराणसी में बारावफात पर्व को लेकर अंजुमनो को नमाज पढ़ने और दुआख्वानी की अनुमति जिला प्रशासन ने दी है। बताया है कि थाने से परमिशन लेकर मोहल्लों में अंजुमन कार्यक्रम कर सकती है और उसमें अधिकतम 200 लोगों की अनुमति होगी। कार्यक्रम बंद जगह पर कवर और टेंट लगाकर ही किया जाएगा।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कैंप कार्यालय पर हुई बैठक में बारावफात की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने संस्था के प्रतिनिधियों से कहा कि जो भी कार्यक्रम खुले में होता था वह अब टेंट लगाकर ही होगा। बैठक में टेंट की साइज का भी निर्धारण किया गया। इसके लिए सभी आयोजकों को आवेदन में टेंट की संख्या भी देनी होगी।
मस्जिदों में 29 अक्टूबर की रात और 30 अक्टूबर को दुआख्वानी और नमाज पढ़ने का कार्यक्रम किया जाएगा। इस पर्व पर रोशनी, झालर, सजावट पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा। बताया कि कोई भी कार्यक्रम सड़क पर ना होने पाए इस बात का ख्याल रखना होगा। इस बार हर साल की तरह इस बार जुलूस पर प्रतिबंध है।
बैठक में प्रशासन द्वारा बताया गया कि कोरोना संक्रमण की वजह से देखते हुए अगले वर्ष के कार्यक्रम वर्ष 2019 की तरह ही होते रहेंगे और इससे किसी जुलूस पर क्लेम खत्म नहीं होगा। बैठक में तय किया गया कि जुलूस पर रोक के कारण अंजुमन 30 अक्टूबर को सड़कों पर नहीं आ पाएंगे। कहीं अन्य जगह पर अपना कार्यक्रम पंडाल लगाकर करना चाहे तो थाने पर अनुमति लेकर कर सकते हैं। जुलूस की जगह अंजुमनो को मोहल्ले में कार्यक्रम करने के लिए अलग से अनुमति जारी की जाएगी।
वाराणसी में बारावफात पर्व को लेकर अंजुमनो को नमाज पढ़ने और दुआख्वानी की अनुमति जिला प्रशासन ने दी है। बताया है कि थाने से परमिशन लेकर मोहल्लों में अंजुमन कार्यक्रम कर सकती है और उसमें अधिकतम 200 लोगों की अनुमति होगी। कार्यक्रम बंद जगह पर कवर और टेंट लगाकर ही किया जाएगा।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कैंप कार्यालय पर हुई बैठक में बारावफात की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने संस्था के प्रतिनिधियों से कहा कि जो भी कार्यक्रम खुले में होता था वह अब टेंट लगाकर ही होगा। बैठक में टेंट की साइज का भी निर्धारण किया गया। इसके लिए सभी आयोजकों को आवेदन में टेंट की संख्या भी देनी होगी।
मस्जिदों में 29 अक्टूबर की रात और 30 अक्टूबर को दुआख्वानी और नमाज पढ़ने का कार्यक्रम किया जाएगा। इस पर्व पर रोशनी, झालर, सजावट पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा। बताया कि कोई भी कार्यक्रम सड़क पर ना होने पाए इस बात का ख्याल रखना होगा। इस बार हर साल की तरह इस बार जुलूस पर प्रतिबंध है।
बैठक में प्रशासन द्वारा बताया गया कि कोरोना संक्रमण की वजह से देखते हुए अगले वर्ष के कार्यक्रम वर्ष 2019 की तरह ही होते रहेंगे और इससे किसी जुलूस पर क्लेम खत्म नहीं होगा। बैठक में तय किया गया कि जुलूस पर रोक के कारण अंजुमन 30 अक्टूबर को सड़कों पर नहीं आ पाएंगे। कहीं अन्य जगह पर अपना कार्यक्रम पंडाल लगाकर करना चाहे तो थाने पर अनुमति लेकर कर सकते हैं। जुलूस की जगह अंजुमनो को मोहल्ले में कार्यक्रम करने के लिए अलग से अनुमति जारी की जाएगी।