विदेश से आने वाले लोगों में कोरोना वायरस की आशंका को लेकर बलिया जिले में स्वास्थ्य महकमा सतर्क है। स्वास्थ्य विभाग के पास विदेश से आने वाले 43 लोगों की सूची उपलब्ध है। इनमें से तीन लोग ही बलिया में निवास करते हैं। इन तीनों लोगों की मॉनिटरिंग स्वास्थ्य विभाग ने 28 दिन तक की और जांच के बाद तीनों पूरी तरह स्वस्थ पाए गए।
वहीं शेष लोगों की सूची सीएमओ कार्यालय से वे जहां निवास कर रहे है, वहां के सीएमओ को भेज दी गई है। जब तीनों लोगों से फोन पर स्वस्थ होने के बारे में पूछताछ की गई तो सबने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया।
शहर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी युवक से फोन से संपर्क किया गया तो वह पहले बातचीत करने से कतराया। लेकिन बाद में बताया कि वह तीन चार दिन के लिए चीन गया था लेकिन उस दौरान वहां कोरोना वायरस जैसा प्रकोप नहीं था। जब यहां आया तो यहां भी सब कुछ ठाक है। बताया कि डब्लूएचओ की टीम आकर सेम्पल ले गई थी। जिसमें सब कुछ ठीक मिला।
उधर, गड़वार थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवक से संपर्क किया गया तो उसने फोन तो उठाया, लेकिन फोन काटकर नाट रिचेबल कर लिया। उससे दोबारा संपर्क नहीं हो सका। इसके बाद बैरिया थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवक के मोबाइल नंबर पर संपर्क किया गया तो उसकी मां ने फोन उठाया।
युवक की मां ने पहले बताया कि यह उसका नंबर नहीं है। जब बताया गया कि स्वास्थ्य विभाग से बोल रहे हैं तब उसने बताया कि वह विदेश में काम करता है और शादी में आया हुआ था। फिर विदेश जाने के लिए दिल्ली चला गया गया है। इससे स्पष्ट होता है कि तीनों लोग आमजन से बचने के लिए अपना नाम व पता भी बताने से डर रहे हैं। जबकि स्वास्थ्य महकमा की रिपोर्ट के अनुसार यह तीनों स्वस्थ हैं। कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य महकमा विदेश से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति पर पैनी नजर रखे हुए है।
डब्लूएचओ की सूचना पर युवक के घर पहुंची टीम, की पूछताछ
डब्लूएचओ की स्थानीय यूनिट की सूचना पर विदेश से आए एक युवक के घर रविवार को सीएचसी के चिकित्सा प्रभारी डॉ. धर्मेन्द्र कुमार गए और युवक से कोरोना के संबंध में पूछताछ की। युवक के जवाब से संतुष्ट चिकित्सा प्रभारी ने अपनी रिपोर्ट अधिकारियों को भेज दी है। क्षेत्र के एक गांव का युवक ऐंग्लो शिप मैनेजमेंट महाराष्ट्र में कार्यरत है। वह विभिन्न देशों की यात्रा के बाद चीन के वुहान शहर में भी गया था।
वुहान से बीते 16 जनवरी को वह निकला। वहां से आस्ट्रेलिया के डैम्पियर फिर सिंगापुर होते हुए मुंबई पहुंचा। मुंबई में उसकी बाकायदा जांच हुई जिसमें वह फिट पाया गया। युवक ने बताया कि 8 मार्च को वह गांव पहुंचा। सीएचसी प्रभारी को युवक ने उक्त रिपोर्ट भी दिखाई। बावजूद चिकित्सा प्रभारी ने कोरोना से सम्बन्धित विभिन्न प्रश्न युवक से पूछा। युवक ने बताया कि उसे किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। चिकित्सा प्रभारी के साथ फार्मासिस्ट डा. एसएन तिवारी भी रहे।
विदेश से आने वाले लोगों में कोरोना वायरस की आशंका को लेकर बलिया जिले में स्वास्थ्य महकमा सतर्क है। स्वास्थ्य विभाग के पास विदेश से आने वाले 43 लोगों की सूची उपलब्ध है। इनमें से तीन लोग ही बलिया में निवास करते हैं। इन तीनों लोगों की मॉनिटरिंग स्वास्थ्य विभाग ने 28 दिन तक की और जांच के बाद तीनों पूरी तरह स्वस्थ पाए गए।
वहीं शेष लोगों की सूची सीएमओ कार्यालय से वे जहां निवास कर रहे है, वहां के सीएमओ को भेज दी गई है। जब तीनों लोगों से फोन पर स्वस्थ होने के बारे में पूछताछ की गई तो सबने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया।
शहर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी युवक से फोन से संपर्क किया गया तो वह पहले बातचीत करने से कतराया। लेकिन बाद में बताया कि वह तीन चार दिन के लिए चीन गया था लेकिन उस दौरान वहां कोरोना वायरस जैसा प्रकोप नहीं था। जब यहां आया तो यहां भी सब कुछ ठाक है। बताया कि डब्लूएचओ की टीम आकर सेम्पल ले गई थी। जिसमें सब कुछ ठीक मिला।