विज्ञापन
Hindi News ›   Uttar Pradesh ›   Unnao News ›   मूल्यांकन कर रहे शिक्षकों की समस्याएं सुनीं

मूल्यांकन कर रहे शिक्षकों की समस्याएं सुनीं

Unnao Updated Thu, 03 May 2012 12:00 PM IST
उन्नाव। उत्तर प्रदेश माध्यमिक वित्त विहीन शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष ने बुधवार को तीनों मूल्यांकन केंद्रों का निरीक्षण किया। इस मौके पर उन्होंने शिक्षकों की समस्याएं सुनीं और प्रदेश सरकार की ओर मिलने जा रही सुविधाओं की जानकारी दी।

जिलाध्यक्ष अरविंद सिंह व अन्य शिक्षक नेताओं के साथ आए प्रदेश उपाध्यक्ष ओमप्रकाश बागी ने पहले अटल बिहारी इंटर कालेज, जीआईसी और फिर जीजीआईसी जाकर मूल्यांकन कार्य में लगे परीक्षकों का हाल जाना। इस दौरान परीक्षकों ने पेयजल की समस्या के साथ ही गर्मी से बेहाल होने की बात बताई। शिक्षकों की समस्याओं का निस्तारण कराने के साथ ही उन्होंने सीमित संसाधनों के बीच ही मूल्यांकन कार्य किए जाने की विभागीय विवशता भी बताई। उन्होंने शिक्षकों को बताया कि चुनाव के समय सपा मुखिया की ओर से किया गया वायदा पूरा होने जा रहा है। वित्तविहीन व्यवस्था को समाप्त कर देने की व्यवस्था देने के लिए सरकार ने लेखा अनुभाग से 538 करोड़ रुपए का बजट वित्तविहीन शिक्षकों को जीविकोपार्जन भर के मानसिक मानदेय के लिए घोषित किया है। इस मौके पर शिक्षक नेता सुनील कुमार तिवारी, जितेंद्र नाथ यादव, ओमप्रकाश यादव, कमलेश सिंह, वीरेंद्र रावत, हरीराम यादव, मुकेश कुमार आदि मौजूद रहे।
विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Independence day

अतिरिक्त ₹50 छूट सालाना सब्सक्रिप्शन पर

Next Article

फॉन्ट साइज चुनने की सुविधा केवल
एप पर उपलब्ध है

app Star

ऐड-लाइट अनुभव के लिए अमर उजाला
एप डाउनलोड करें

बेहतर अनुभव के लिए
4.3
ब्राउज़र में ही
X
Jobs

सभी नौकरियों के बारे में जानने के लिए अभी डाउनलोड करें अमर उजाला ऐप

Download App Now

अपना शहर चुनें और लगातार ताजा
खबरों से जुडे रहें

एप में पढ़ें

क्षमा करें यह सर्विस उपलब्ध नहीं है कृपया किसी और माध्यम से लॉगिन करने की कोशिश करें

Followed

Reactions (0)

अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं

अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करें