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उन्नाव। कन्या भ्रूण हत्या पाप ही नहीं सामाजिक अपराध है। हम सबको कन्या भ्रूण हत्या रोकने की जिम्मेदारी लेनी होगी। लगातार गिर रहे लिंगानुपात (प्रति हजार लड़कों के अनुपात में लड़कियों की संख्या) को रोकने के लिए प्रबल जन चेतना पैदा करने की जरूरत है। यह बात अपर जिलाधिकारी शिवेंद्र कुमार सिंह ने कन्या भ्रूण हत्या अधिनियम पर आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए कही।
कलेक्ट्रेट स्थित पन्नालाल हाल में मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप जलाकर कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए एडीएम एसके सिंह ने कहा कि वर्तमान हालात में कन्या भ्रूण हत्या अधिनियम की प्रासंगिकता और बढ़ गई है। लड़की व महिलाओं से ही हम सबका अस्तित्व है। कन्या भ्रूण हत्या की जटिल समस्या से आज समाज जूझ रहा है। समाज के जागरूक नागरिक, चिकित्सकों और अल्ट्रासाउंड सेंटरों को इस विषय पर बहुत ज्यादा संवेदनशील होने की जरूरत है। लिंग परीक्षण कतई नहीं किया जाए। इसके लिए सख्त कदम उठाने होंगे। गिरता लिंगानुपात समाज को विषम परिस्थितियों की ओर ले जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमें बहुत सजग रहना है और लोगों में जनचेतना व जागरूकता पैदा करनी है।
कार्यशाला को सीएमओ डा. डीपी मिश्रा ने भी संबोधित किया। इस मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एसपी चौधरी, डा. तारा चंद्र, डा. सरोज श्रीवास्तव, जन शिक्षण संस्थान के पीएन सिंह, डा.मनोज अवस्थी, डा. प्रफुल्ल बाजपेयी, अशोक शुक्ला आदि मौजूद रहे।
बीघापुर प्रतिनिधि के मुुताबिक गर्ल चाइल्ड दिवस के मौके पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की ओर से सरस्वती ज्ञान मंदिर में जागरूकता रैली और गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. रजनीश यादव और प्रधानाचार्य सिद्धगोपाल के नेतृत्व में छात्राओं ने जागरूकता रैली निकाली। रैली के अंत में आयोजित गोष्ठी को डा. पंकज पांडेय, शैलेंद्र यादव आदि ने संबोधित किया। इस मौके पर शशांक वर्मा, एसके पांडेय आदि मौजूद रहे।
मौरावां प्रतिनिधि के मुताबिक कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए हिलौली के प्राथमिक व उच्चप्राथमिक विद्यालयों के बच्चों ने जागरूकता रैली निकाली। रैली में शामिल बच्चे गांव की गलियाें में जा-जा कर लोगों को जागरूक कर रहे थे। रैली में खंड शिक्षाधिकारी मनोज कुमार सिंह, स्वास्थ्य अधिकारी रमाकांत मौर्य, शिक्षक रामसुमेर, छोटेलाल यादव, रामेश कुमार दीक्षित, इंद्रदेव, स्वर्णलता सिंह आदि शामिल हुए।
उन्नाव। कन्या भ्रूण हत्या पाप ही नहीं सामाजिक अपराध है। हम सबको कन्या भ्रूण हत्या रोकने की जिम्मेदारी लेनी होगी। लगातार गिर रहे लिंगानुपात (प्रति हजार लड़कों के अनुपात में लड़कियों की संख्या) को रोकने के लिए प्रबल जन चेतना पैदा करने की जरूरत है। यह बात अपर जिलाधिकारी शिवेंद्र कुमार सिंह ने कन्या भ्रूण हत्या अधिनियम पर आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए कही।
कलेक्ट्रेट स्थित पन्नालाल हाल में मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप जलाकर कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए एडीएम एसके सिंह ने कहा कि वर्तमान हालात में कन्या भ्रूण हत्या अधिनियम की प्रासंगिकता और बढ़ गई है। लड़की व महिलाओं से ही हम सबका अस्तित्व है। कन्या भ्रूण हत्या की जटिल समस्या से आज समाज जूझ रहा है। समाज के जागरूक नागरिक, चिकित्सकों और अल्ट्रासाउंड सेंटरों को इस विषय पर बहुत ज्यादा संवेदनशील होने की जरूरत है। लिंग परीक्षण कतई नहीं किया जाए। इसके लिए सख्त कदम उठाने होंगे। गिरता लिंगानुपात समाज को विषम परिस्थितियों की ओर ले जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमें बहुत सजग रहना है और लोगों में जनचेतना व जागरूकता पैदा करनी है।
कार्यशाला को सीएमओ डा. डीपी मिश्रा ने भी संबोधित किया। इस मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एसपी चौधरी, डा. तारा चंद्र, डा. सरोज श्रीवास्तव, जन शिक्षण संस्थान के पीएन सिंह, डा.मनोज अवस्थी, डा. प्रफुल्ल बाजपेयी, अशोक शुक्ला आदि मौजूद रहे।
बीघापुर प्रतिनिधि के मुुताबिक गर्ल चाइल्ड दिवस के मौके पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की ओर से सरस्वती ज्ञान मंदिर में जागरूकता रैली और गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. रजनीश यादव और प्रधानाचार्य सिद्धगोपाल के नेतृत्व में छात्राओं ने जागरूकता रैली निकाली। रैली के अंत में आयोजित गोष्ठी को डा. पंकज पांडेय, शैलेंद्र यादव आदि ने संबोधित किया। इस मौके पर शशांक वर्मा, एसके पांडेय आदि मौजूद रहे।
मौरावां प्रतिनिधि के मुताबिक कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए हिलौली के प्राथमिक व उच्चप्राथमिक विद्यालयों के बच्चों ने जागरूकता रैली निकाली। रैली में शामिल बच्चे गांव की गलियाें में जा-जा कर लोगों को जागरूक कर रहे थे। रैली में खंड शिक्षाधिकारी मनोज कुमार सिंह, स्वास्थ्य अधिकारी रमाकांत मौर्य, शिक्षक रामसुमेर, छोटेलाल यादव, रामेश कुमार दीक्षित, इंद्रदेव, स्वर्णलता सिंह आदि शामिल हुए।