पीलीभीत। अधिकारियों की सख्ती के बावजूद जिले में गोकशी थमने का नाम नहीं ले रही है। लगातार इससे जुड़े मामले सामने आ रहे हैं। अब शहर से सटे पिपरा भगु गांव में गन्ने के खेत में गोवंशीय अवशेष मिलने के बाद खलबली मच गई है। सूचना पर सीओ सिटी, सुनगढ़ी पुलिस के साथ मौके पर पहुंची और जानकारी जुटाई। अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस छानबीन में जुट गई है। हालांकि अभी कोई सुराग नहीं मिल सका है।
जिला मुख्यालय से करीब पांच किलोमीटर दूर सुनगढ़ी थाना क्षेत्र के पिपरा भगु गांव में असम हाईवे से महज 100 मीटर दूर गन्ने के खेत में बृहस्पतिवार सुबह गोवंश के अवशेष पड़े मिले। ग्रामीणों ने अवशेष पड़े देखे तो गोकशी का शोर मच गया। भीड़ जमा हो गई। सूचना पुलिस को दी गई। कुछ ही देर में सीओ सिटी धर्म सिंह मार्छाल, इंस्पेक्टर सुनगढ़ी सत्यप्रकाश सिंह, पूरनपुर गेट चौकी प्रभारी जवाहर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। मौका मुआयना करने के दौरान तीन खेतों में अवशेष मिले। ग्रामीणों से पुलिस ने जानकारी की, लेकिन कोई भी इस संबंध में जानकारी नहीं दे सका। इसके बाद पुलिस ने पशु चिकित्सक को बुलाकर अवशेषों को परीक्षण के बाद दफन करा दिया। ग्रामीणों का कहना है कि इससे पहले उनके गांव में कभी गोकशी का मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने घटना पर नाराजगी जताते हुए आरोपियों पर शिकंजा कसने की मांग की। पुलिस ने उनको सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
कहीं पर तो हो रही चूक
बीते माह गोकशी की घटनाएं बढ़ने पर एसपी मनोज कुमार सोनकर ने इंस्पेक्टर समेत पांच पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की थी। इसके बाद घटनाओं में कमी आई थी। अब कुछ दिनों से फिर से घटनाएं सामने आ रही हैं। ऐसे में कहना गलत नहीं होगा कि कहीं न कहीं बरती गई ढील तस्करों के लिए अभयदान साबित हो रही है।
गोकशी की हाल ही में हुई घटनाएं - 19 अप्रैल को गजरौला के बांसबोझ में बाग में मिले थे अवशेष
- 03 जून को जहानाबाद के परेवावैश्य गांव में 1.20 क्विंटल गोमांस और औजार हुए थे बरामद
- 16 जून को बरखेड़ा के मोहल्ला काहरान में मिले थे अवशेष
- 19 जून को बंद स्लाटर हाउस और भूरे खां में मिले थे अवशेष और खालें
- 20 जून को सुनगढ़ी क्षेत्र के चिड़ियादाह गांव में सात गोवंश के मिले थे अवशेष
- 23 जून को बीसलपुर के ग्यासपुर मोहल्ले में एक मकान से पांच क्विंटल गोमांस और औजार हुए थे बरामद
- 25 जून को बरखेड़ा के गाजीपुर कुंडा में खेत में मिले थे गोवंश के अवशेष
- पूरनपुर में आए दिन सामने आते हैं मामले
- 28 जून को पूरनपुर में शेरपुर सिमरिया मार्ग पर नहर के नजदीक मिले थे अवशेष
- 10 जुलाई को पूरनपुर के शेरपुरकलां निवासी मुख्तयार के खेत में मिले थे गोवंश के अवशेष और खालें
- 13 जुलाई को कोतवाली क्षेत्र के बिलगवां में मिले गोवंश के अवशेष
- 15 जुलाई को जहानाबाद के परेवा वैश्य में दो घरों में पकड़ी गई गोकशी
गोकशी की घटनाओं को लेकर लगातार कार्रवाई की जा रही है। गोमांस तस्करों की धरपकड़ कराई जा रही है। उन पर गैंगस्टर, गुंडा एक्ट से लेकर रासुका की कार्रवाई हो रही है। सुनगढ़ी में हुई घटना में भी मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। तस्करों का पता लगाकर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।
- मनोज कुमार सोनकर, एसपी
दूसरे दिन भी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े गोमांस तस्कर
बीसलपुर। कोतवाली पुलिस पर जानलेवा हमला कर भागने वाले पांचों गोमांस तस्कर अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। इनमें से चार के खिलाफ पहले भी गाय काटने के मामले में रिपोर्ट दर्ज हो चुकी है।
कोतवाली पुलिस ने 16 जुलाई को देर रात गांव रसायाखानपुर निवासी मंगल खां के यूकेलिप्टस के बाग में छापा मारा था। पुलिस को देखकर गोमांस तस्करों ने फायर झोंक दिया था, इसमें पुलिस पार्टी बाल बाल बच गई थी। पुलिस ने घेराबंदी कर छह में से एक तस्कर को पकड़ लिया था, जबकि पांच भाग गए थे। एसएसआई इख्त्यिार हुसैन ने कोतवाली में मांस तस्करों के विरुद्ध पुलिस पार्टी पर जानलेवा हमला करने, गोहत्या करने, और शस्त्र अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज की थी। रिपोर्ट में गांव रसायाखानपुर निवासी तौफीक, कयूम, गांव मीरपुरवाहनपुर निवासी इलियास, शरीफ, शकील और जाने आलम को नामजद किया गया था। पुलिस ने मौके से गिरफ्तार तौफीक को जेल भेज दिया था। फायरिंग कर भागे बाकी तस्कर अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। पुलिस बुधवार रात फरार मांस तस्करों की तलाश में कई जगह दबिश भी दी, लेकिन कामयाबी नहीं मिली।