पूरनपुर। झोलाछाप के इलाज से बच्ची की मौत के मामले में कार्रवाई ठंडे बस्ते में डाल दी गई है। पुलिस बिसरा रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई की बात कह रही है, वहीं स्वास्थ्य विभाग चुप्पी साध गया है। आलम यह है कि अभी तक जांच भी नहीं शुरू हो सकी है।
गांव शिवनगर निवासी वीरसहाय की पांच वर्षीय पुत्री शिवा अपनी मां रामश्री के साथ 14 मई को कोतवाली क्षेत्र के गांव टांडा छत्रपति में अपनी ननिहाल आई थी। 18 मई को शिवा की तबीयत बिगड़ने पर उसे गांव के एक झोलाछाप के पास ले जाया गया। इलाज के दौरान शिवा की 20 मई को मौत हो गई थी। परिजनों ने गलत इंजेक्शन लगाने से मौत का आरोप लगाते हुए पुलिस से कार्रवाई की मांग की थी। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया, लेकिन मौत की वजह स्पष्ट न होने पर बिसरा जांच के लिए सुरक्षित करते ही कार्रवाई ठप पड़ गई। उधर, मामला मासूम की मौत से जुड़ा होने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग नहीं जागा। सीएचसी के एमओआईसी डॉ. छत्रपाल सिंह ने बताया कि इस मामले में उनको कोई शिकायत नहीं मिली है। फिलहाल जानकारी लगने पर जांच कराई जा रही है।
क्षेत्र में कई अन्य झोलाछाप भी सक्रिय
तहसील पूरनपुर क्षेत्र में झोलाछाप की भरमार है। नगर के मोहल्ला रजागंज, चौक, बमनपुरी, गनेशगंज, साहूकारा लाइनपार के अलावा गांव भगवंतापुर, घुंघचाई, कसगंजा, घाटमपुर, कुर्रैया, सेहरामऊ, जोगराजपुर, शेरपुरकलां समेत कई इलाकों में झोलाछाप मरीजों का इलाज कर रहे हैं। उन्होंने बाकायदा क्लीनिक बना रखे हैं। उन पर कोई शिकंजा नहीं कसा जा सका है।
पूरनपुर। झोलाछाप के इलाज से बच्ची की मौत के मामले में कार्रवाई ठंडे बस्ते में डाल दी गई है। पुलिस बिसरा रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई की बात कह रही है, वहीं स्वास्थ्य विभाग चुप्पी साध गया है। आलम यह है कि अभी तक जांच भी नहीं शुरू हो सकी है।
गांव शिवनगर निवासी वीरसहाय की पांच वर्षीय पुत्री शिवा अपनी मां रामश्री के साथ 14 मई को कोतवाली क्षेत्र के गांव टांडा छत्रपति में अपनी ननिहाल आई थी। 18 मई को शिवा की तबीयत बिगड़ने पर उसे गांव के एक झोलाछाप के पास ले जाया गया। इलाज के दौरान शिवा की 20 मई को मौत हो गई थी। परिजनों ने गलत इंजेक्शन लगाने से मौत का आरोप लगाते हुए पुलिस से कार्रवाई की मांग की थी। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया, लेकिन मौत की वजह स्पष्ट न होने पर बिसरा जांच के लिए सुरक्षित करते ही कार्रवाई ठप पड़ गई। उधर, मामला मासूम की मौत से जुड़ा होने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग नहीं जागा। सीएचसी के एमओआईसी डॉ. छत्रपाल सिंह ने बताया कि इस मामले में उनको कोई शिकायत नहीं मिली है। फिलहाल जानकारी लगने पर जांच कराई जा रही है।
क्षेत्र में कई अन्य झोलाछाप भी सक्रिय
तहसील पूरनपुर क्षेत्र में झोलाछाप की भरमार है। नगर के मोहल्ला रजागंज, चौक, बमनपुरी, गनेशगंज, साहूकारा लाइनपार के अलावा गांव भगवंतापुर, घुंघचाई, कसगंजा, घाटमपुर, कुर्रैया, सेहरामऊ, जोगराजपुर, शेरपुरकलां समेत कई इलाकों में झोलाछाप मरीजों का इलाज कर रहे हैं। उन्होंने बाकायदा क्लीनिक बना रखे हैं। उन पर कोई शिकंजा नहीं कसा जा सका है।