किसानों और राहगीरों को लूटकर पेड़ में बांधा
चरथावल (मुजफ्फरनगर)। बिरालसी चौकी से महज डेढ़ किलोमीटर दूर पिलखनी झाल पर बदमाशों ने जमकर कहर बरपाया। बदमाशों ने करीब पांच राहगीरों से मोबाइल फोन एवं नगदी लूटकर उन्हीं के कपड़ों से उन्हें पेड़ से बांध दिया। पुलिस बदमाशों को पकड़ने के बजाय मामले को दबाने में जुटी रही।
मंगलवार रात बलवाखेड़ी निवासी पप्पू, पिलखनी निवासी राजेंद्र और सहारनपुर के गांव जड़ौदा पांडा निवासी चाट विक्रेता मुजफ्फरनगर से गांव लौट रहे थे। वहीं, बलवाखेड़ी से किसान राजेंद्र शर्मा और सवेंद्र खेत में पानी चलाने आए थे। इसी दौरान बदमाशों ने बिरालसी नहर पर स्थित पिलखनी झाल पर हथियारों के बल पर आतंकित कर राहगीरों से जमकर लूटपाट की। बदमाशों ने किसान और राहगीरों से मोबाइल फोन, नगदी और टॉर्च एवं अन्य सामान लूट लिए। इसके बाद ईख के खेत में एक पेड़ से सभी को उन्हीें के कपड़ों से बांध दिया। इसी बीच टांडा गांव के युवक द्वारा पिलखनी में जाकर बदमाशों द्वारा लूटपाट करने की सूचना दी। खबर लगते ही सैकड़ों लोग मौके पर पहुंच गए, लेकिन तब तक बदमाश मौके से फरार हो चुके थे। विदित हो कि 10 जून की रात्रि में पुलिस चौकी के निकट नहर पर ही बदमाशों ने इसी स्टाइल में मंगनपुर के संदीप और वरदान से नगदी और मोबाइल फोन छीनकर पेड़ से बांध दिया था, लेकिन पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज नहीं करने के कारण बदमाशों के हौसले बुलंद हैं। दूधली में बंधक बनाकर परिवार को लूटा
चरथावल। बिरालसी क्षेत्र के गांव दूधली में बाहरी छोर पर उत्तर दिशा में रहने वाले लील्ला के मकान पर बदमाशों ने धावा बोल दिया। दरअसल, परिवार की महिलाएं घर पर दीपक की बत्तियां बनाकर सप्लाई करती है। अन्य महिलाओं का भुगतान करने के लिए उनके यहां एक लाख रुपये आने की खबर थी, लेकिन मुजफ्फरनगर से भुगतान के रुपये नहीं आ पाए थे। इसी की भनक लगने पर मंगलवार रात आठ बदमाशों ने मकान को पूरे दो घंटे तक खंगाला। परिवार के सदस्यों को एक कमरे में बंद कर करीब 25 हजार नगदी और सोने के जेवरात लूट लिए। यहीं नहीं हथियारबंद बदमाशों ने महिलाओं से खाना बनवाकर खाया। रुपयों की तलाश में चाकू से तकिए और घर में रखे रजाई तक फाड़ डाले। पुलिस घटना पर अनभिज्ञता जता रही है।