मुरादाबाद। अब बंदियों को अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए अफसरों के सामने पेश होने की जरूरत नहीं है। मोबाइल शिकायत पेटिका उन तक पहुंचेगी। कागज और कलम भी साथ में होगा। जिसे जो परेशानी होगी वह तत्काल लिखकर इस पेटी में डाल सकेगा। सुबह को नौ बजे से पहले इस पेटिका को सभी बैरकों तक पहुंचाने का आदेश जारी हुआ है। कहा गया है कि इन शिकायतों को जेल अफसर खुद पढ़ेंगे। शिकायत करने वाले बंदी को बुलाकर उनकी बात सुनी जाएगी।
प्रदेश की जेलों में कई जगह बवाल हो चुका है। भड़के बंदियों ने जेल अफसरों पर हमले तक किए। कैदियों ने अफसरों पर वसूली के आरोप लगाए। शासन, प्रशासन और मानवाधिकार तक शिकायतें पहुंच रही हैं। इस प्रकार की बढ़ती शिकायतों पर शासन गंभीर हो गया है। कारागार प्रशासन एवं सुधार के महानिरीक्षक राजेश प्रताप सिंह ने प्रदेश के सभी कारागार अफसरों को पत्र भेजकर शिकायत पेटिका की व्यवस्था को तत्काल शुरू करने का आदेश दिया है। महानिरीक्षक राजेश प्रताप सिंह ने कहा है कि प्रतिदिन सुबह नौ बजे से पूर्व शिकायत पेटिका कागज व कलम के साथ पूरी जेल में घुमाई जाएगी। जिसमें बंदी अपनी समस्या/ शिकायत लिखकर पेटिका में डाल सकेंगे। पेटिका के ताले की चाबी स्वयं जेल अधीक्षक के पास रहेगी। जेल अफसर स्वयं ताला खोलकर पेटिका में आने वाली शिकायतों को पढ़ेंगे। हर रोज आने वाली शिकायतों से मुख्यालय को भी अवगत कराया जाएगा।
सुधार के लिए यह व्यवस्था होगी
बंदियों की सुबह और शाम की रिहाई उपयुक्त एवं सुरक्षित स्थान पर होगी
रस्सी, सीढ़ी, बांस, बल्ली, और अन्य सामान स्टोर में ही रखवाया जाए
बैरकों में लगे नल के पाइप चेक करा लिए जाएं, कहीं आसानी से उखड़ न जाएं
दो बैरकों के बंदियों को समय समय पर बदलते रहें
बवाली बंदियों के ट्रांसफर का प्रस्ताव भेजा जाए