इस बार अधिकमास की पूर्णिमा के दिन सर्वार्थसिद्धि योग भी बन रहा है। पंचांग की गणना के अनुसार, एक अक्तूबर को पूर्णिमा तिथि अर्धरात्रि के बाद तक रहेगी। उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में वृद्धि योग और सर्वार्थसिद्धि योग के साथ गुरुवार के दिन का संयोग बेहद प्रभावशाली है। शास्त्रीय मान्यता है कि पूर्णिमा का व्रत करने से समस्त सांसारिक इच्छाओं की पूर्ति की जा सकती है।