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मधुबन। क्षेत्र के चचाईपार स्थित एक इंटर कालेज के प्रबंधक से रंगदारी मांगने का प्रकरण पुलिसिया जांच में पलट गया है। थानाध्यक्ष का कहना है कि अब तक मिले साक्ष्यों और सर्विलांस के आधार पर यह साफ साबित हुआ है कि रंगदारी मांगने जैसा कोई मसला नहीं था। पुराने विवाद को लेकर प्रबंधक ने पूरी कहानी गढ़ी है। जल्द ही सब स्पष्ट हो जाएगा।
चचाईपार स्थित एक इंटर कालेज के प्रबंधक ओमप्रकाश यादव ने आरोप लगाया था कि उससे फोन कर रंगदारी मांगी गई है। पुलिस ने सर्विलांस के आधार पर पड़ताल शुरू की तो पता चला कि जिस नंबर से धमकाने की बात कही गई थी। वह मधुबन थाना क्षेत्र के ही कमलसागर निवासी किसान जयराम यादव का है। साथ ही यह नंबर जयराम से दो-तीन माह पूर्व मोबाइल समेत गायब हो गया था। पुलिस द्वारा मौका मुआयना पर यह भी पता चला कि मामले को लेकर जिस व्यक्ति को प्रबंधक द्वारा आरोपी बनाया गया है। उनके दो बच्चे उक्त प्रबंधक के ही इंटर कालेज में बारहवीं के छात्र हैं। प्रबंधक ने पूर्व में दोनों बच्चों की बुरी तरह से पिटाई की थी। बच्चों के अभिभावक ने शिकायत की तो प्रबंधक को बेहद नागवार गुजरा। यह सारी बातें सोमवार को पुलिसिया जांच में खुलकर सामने आ गईं। पुलिस ने मंगलवार को प्रबंधक, आरोपी और मोबाइल नंबर मालिक को थाना पर बुलाया गया है। उधर आरोपी का कहना है कि पूरी घटना गलत है। प्रबंधक पर जल्द ही मानहानि का मुकदमा करेंगे।
एसएचओ नंद कुमार ओझा ने कहा कि प्रबंधक द्वारा पुराने झगड़े को लेकर मनगढ़ंत कहानी बुन दी गई है। सारे मामले का पर्दाफाश हो गया है। रंगदारी जैसी कोई बात ही नहीं है। मंगलवार को तीनों लोगों को बुलाया हूं। आरोपी यदि प्रबंधक के खिलाफ तहरीर देते हैं तो प्रबंधक पर भी विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।
मधुबन। क्षेत्र के चचाईपार स्थित एक इंटर कालेज के प्रबंधक से रंगदारी मांगने का प्रकरण पुलिसिया जांच में पलट गया है। थानाध्यक्ष का कहना है कि अब तक मिले साक्ष्यों और सर्विलांस के आधार पर यह साफ साबित हुआ है कि रंगदारी मांगने जैसा कोई मसला नहीं था। पुराने विवाद को लेकर प्रबंधक ने पूरी कहानी गढ़ी है। जल्द ही सब स्पष्ट हो जाएगा।
चचाईपार स्थित एक इंटर कालेज के प्रबंधक ओमप्रकाश यादव ने आरोप लगाया था कि उससे फोन कर रंगदारी मांगी गई है। पुलिस ने सर्विलांस के आधार पर पड़ताल शुरू की तो पता चला कि जिस नंबर से धमकाने की बात कही गई थी। वह मधुबन थाना क्षेत्र के ही कमलसागर निवासी किसान जयराम यादव का है। साथ ही यह नंबर जयराम से दो-तीन माह पूर्व मोबाइल समेत गायब हो गया था। पुलिस द्वारा मौका मुआयना पर यह भी पता चला कि मामले को लेकर जिस व्यक्ति को प्रबंधक द्वारा आरोपी बनाया गया है। उनके दो बच्चे उक्त प्रबंधक के ही इंटर कालेज में बारहवीं के छात्र हैं। प्रबंधक ने पूर्व में दोनों बच्चों की बुरी तरह से पिटाई की थी। बच्चों के अभिभावक ने शिकायत की तो प्रबंधक को बेहद नागवार गुजरा। यह सारी बातें सोमवार को पुलिसिया जांच में खुलकर सामने आ गईं। पुलिस ने मंगलवार को प्रबंधक, आरोपी और मोबाइल नंबर मालिक को थाना पर बुलाया गया है। उधर आरोपी का कहना है कि पूरी घटना गलत है। प्रबंधक पर जल्द ही मानहानि का मुकदमा करेंगे।
एसएचओ नंद कुमार ओझा ने कहा कि प्रबंधक द्वारा पुराने झगड़े को लेकर मनगढ़ंत कहानी बुन दी गई है। सारे मामले का पर्दाफाश हो गया है। रंगदारी जैसी कोई बात ही नहीं है। मंगलवार को तीनों लोगों को बुलाया हूं। आरोपी यदि प्रबंधक के खिलाफ तहरीर देते हैं तो प्रबंधक पर भी विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।