गोरखपुर-पाटलिपुत्र पैसेंजर के फेरे घटेंगे, यात्रियों को होगी परेशानी
- एक दिसंबर से सप्ताह में तीन दिन चलेगी ट्रेन, अभी हर दिन चलती है
संवाद न्यूज एजेंसी
तमकुहीरोड। कप्तानगंज-थावे रेलमार्ग पर गोरखपुर से बिहार की राजधानी पाटलिपुत्र तक नियमित चलने वाली 15079/15080 पैसेंजर ट्रेन अब पहली दिसंबर से 29 फरवरी के बीच सप्ताह में सिर्फ तीन दिन ही संचालित होगी।
पूर्वोत्तर रेलवे ने ठंड के मौसम में कोहरे को देखते हुए तीन माह के लिए 32 ट्रेनों को निरस्त कर दिया है। वहीं कप्तानगंज-थावे रेलमार्ग से गोरखपुर से बिहार की राजधानी पाटलिपुत्र तक नियमित चलने वाली 15079/15080 पैसेंजर ट्रेन के साथ कई अन्य ट्रेनों के फेरों की संख्या घटा दी गई है।
इस रूट पर मांगलिक सीजन में इसका सबसे ज्यादा असर गोरखपुर से पाटलीपुत्र के बीच कप्तानगंज, पडरौना, तमकुहीरोड, थावे, गोपालगंज, दिघवा दिगौली, मशरख, मढ़ौरा, शीतलपुर, पहलेजा घाट, नया गांव और पाटलिपुत्र तक यात्रा करने वाले यात्रियों पर पड़ेगा। क्योंकि इस क्षेत्र के लिए यह ट्रेन लाइफ लाइन से कम नहीं है। पूर्वोत्तर रेलवे की ओर से जारी निर्देश में बताया गया है कि अब यह ट्रेन एक दिसंबर 2022 से 29 फरवरी 2023 के बीच सप्ताह में मात्र तीन दिन बृहस्पतिवार, शनिवार व मंगलवार को ही चलेगी। शुक्रवार, रविवार, सोमवार व बुधवार को यह ट्रेन निरस्त रहेगी। इस तरह यह ट्रेन पहली दिसंबर 2022 से 29 फरवरी 2023 के बीच कुल 91 दिनों में 51 दिन तक निरस्त रहेगी और 40 दिन ही इसका संचालन होगा।
इस ट्रेन के फेरों की संख्या घटाने पर अशोक कुमार वर्मा, व्यापार मंडल के प्रांतीय संगठन मंत्री अमरनाथ गुप्ता, कांदू वैश्य महासभा के प्रदेश सह संयोजक मायाशंकर निर्गुणायत, लव जायसवाल, राहुल सोनी, दुर्गेश मद्धेशिया, अभिषेक शुक्ल, आदित्य वर्मा आदि का कहना है कि इस रूट पर पहले से ही ट्रेनों की संख्या काफी कम है। ऐसे में लग्न के दिनों में इस ट्रेन के फेरों की संख्या आधा से भी अधिक घटा दिए जाने से यात्रियों की मुश्किलें और बढ़ जाएंगी। व्यापारिक गतिविधियां भी प्रभावित हो सकती हैं।
इस संबंध में पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जन संपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह का कहना है कि इस आशय के निर्देश से सभी स्टेशन अधीक्षकों को अवगत करा दिया गया है। यदि किसी ने पहले से टिकटों का आरक्षण कराया है तो उनका किराया वापस करा दिया जाएगा।