मुसहर बस्ती के लोगों को डोर टू डोर जाकर एसडीएम ने समझाया
- आर्थिक, सामाजिक व शैक्षिक रूप से पिछड़े मुसहर टीकाकरण नहीं कराना चाहते
- एसडीएम ने उनके घर पहुंचकर टीकाकरण से होने वाले फायदे की जानकारी दी
संवाद न्यूज एजेंसी
खड्डा (कुशीनगर)। कोरोना की जांच व टीकाकरण से अभी भी कुछ लोग बचने का प्रयास कर रहे हैं। शुक्रवार को खड्डा एसडीएम महदेवा गांव की मुसहर बस्ती में पहुंचे तो अधिकांश लोग टीका लगने के डर से घर छोड़कर खेतों में भाग गए। एसडीएम ने लोगों को बैठाकर इस टीके का फायदा समझाया। कुछ लोगों को टीका लगाया भी गया।
शुक्रवार की दोपहर में एसडीएम अरविन्द कुमार, तहसीलदार डॉ. एसके राय के साथ खड्डा क्षेत्र के गांव महदेवा की मुसहर बस्ती पहुंचे। यहां टीकाकरण के लिए कैंप लगा था, मौजूद स्वास्थ्य व अन्य कर्मचारियों ने बताया कि आंगनबाड़ी व आशा कार्यकर्ता लोगों से टीका लगवाने की मनुहार करके थक गई हैं, लेकिन लोग आ नहीं रहे हैं। इसके बाद एसडीएम अरविन्द कुमार खुद ही मुसहर बस्ती की तरफ चल दिए। एसडीएम व अन्य अधिकारियों-कर्मचारियों को आता देख मुसहर परिवार के लोग भागने लगे। कुछ लोगों ने घर का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। एसडीएम ने कई घरों का दरवाजा खटखटाकर लोगों को बाहर बुलाया और टीकाकरण से होने वाले फायदों की जानकारी दी। लोगों को समझाया कि यह टीका किसी प्रकार से नुकसान नहीं पहुंचाता है। एसडीएम के इस प्रयास के बाद छह लोगों को टीका लगवाया गया। एसडीएम ने निगरानी समिति के सदस्यों से कहा की लोगों को टीका लगवाने हुए प्रेरित करने का प्रयास करते रहे।
इस संबंध में एसडीएम अरविंद कुमार का कहना था कि महादेवा गांव की मुसहर बस्ती के लोगों से टीका लगवाने हेतु डोर टू डोर भ्रमण कर प्रेरित किया गया। गांव के ज्यादातर लोग घर छोड़कर सरेह की ओर चले गए थे। बिना विचलित हुए लोगों को प्रेरित करने का प्रयास जारी रहेगा।