कासगंज में बेरहम पिता ने अपने ही चार बच्चों को नहर में फेंककर मारने की कोशिश की। इस दौरान तीन बच्चे तो सकुशल बाहर निकल आए, लेकिन एक बच्ची नहीं निकल पाई। चीख पुकार सुनकर पहुंचे लोगों ने उसकी तलाश की लेकिन उसका पता नहीं चल सका।
मामला अमांपुर थाना क्षेत्र के शेखपुर हुंडा गांव का है। गांव निवासी पुष्पेंद्र (40) ने अपने ही बच्चों की जान लेने की कोशिश की। बताया गया कि पुष्पेंद्र की पत्नी कमलेश देवता पूजन के लिए सुबह अपने मायके गई थी। बच्चे घर पर अकेले थे। दोपहर 12 बजे के बाद पिता घर पर पहुंचा। उसने बच्चों को नानी के घर ले जाने की बात कही।
नानी के घर जाने की खुशी में बच्चे जल्दी-जल्दी तैयार हो गए। सबसे बड़े बेटे सोनू (13) ने अपनी बहन प्रभा (12), काजल (8) और हेमलता (5) को तैयार किया। चारो बच्चों को लेकर पुष्पेंद्र टेंपो में बैठक कर सहावर थाना क्षेत्र के खितौली की पुलिया पर पहुंचा।
मामला अमांपुर थाना क्षेत्र के शेखपुर हुंडा गांव का है। गांव निवासी पुष्पेंद्र (40) ने अपने ही बच्चों की जान लेने की कोशिश की। बताया गया कि पुष्पेंद्र की पत्नी कमलेश देवता पूजन के लिए सुबह अपने मायके गई थी। बच्चे घर पर अकेले थे। दोपहर 12 बजे के बाद पिता घर पर पहुंचा। उसने बच्चों को नानी के घर ले जाने की बात कही।
नानी के घर जाने की खुशी में बच्चे जल्दी-जल्दी तैयार हो गए। सबसे बड़े बेटे सोनू (13) ने अपनी बहन प्रभा (12), काजल (8) और हेमलता (5) को तैयार किया। चारो बच्चों को लेकर पुष्पेंद्र टेंपो में बैठक कर सहावर थाना क्षेत्र के खितौली की पुलिया पर पहुंचा।