कानपुर में पर्वतीय राज्यों से आने वाली बर्फीली हवाओं की रफ्तार सोमवार को रोजाना से तीन गुना अधिक होने की वजह से हाड़ कंपाने वाली ठंडक में तेजी आई है। मौसम विभाग के अनुसार अभी जाड़े में और तेजी आएगी। फिलहाल दिन में धूप की वजह से थोड़ी राहत जरूर रहेगी लेकिन हवा से बचने की जरूरत है। धूप की वजह से दिन का पारा एक डिग्री सेल्सियस बढ़कर 23 डिग्री और न्यूनतम में एक डिग्री की कमी के साथ सात डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। हवा की रफ्तार एक दिन पहले 2.6 किमी से बढ़कर 7.8 किमी प्रति घंटा रही। मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटों में तापमान में और नीचे गिर सकता है।
22 दिसंबर के बाद पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मौसम में थोड़ा सा परिवर्तन आ सकता है। उस समय रात का पारा बढ़ने की उम्मीद है। फिलहाल महानगर और इसके आसपास के क्षेत्रों में शीतलहर बनी रहेगी। पहाड़ों पर हुई बर्फबारी और उत्तर-पश्चिमी बर्फीली हवाओं ने कानपुर, बुंदेलखंड और आसपास के जिलों में गलन बढ़ा दी है।
फतेहपुर और उन्नाव में दो किसानों की मौत हो गई। हर जिले में बड़ी संख्या में लोग बीमार हैं। फतेहपुर के अमौली कस्बे के सिकंदरपुर गांव में खेत में पानी लगाने गए किसान धर्मेंद्र सिंह (38) की ठंड से मौत हो गई। उन्नाव में दही थाना क्षेत्र के घटोरी मजरा तारगांव निवासी किसान रामनरेश लोधी (52) रोज की तरह छुट्टा मवेशियों से फसल की रखवाली करने खेत गया था।
सुबह तक उनकी हालत बिगड़ गई। अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। बांदा में तेज धूप के बाद भी लोग ठिठुरते रहे। यहां न्यूनतम तापमान तीन डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। शनिवार को यह छह डिग्री था।
बांदा के जिला कृषि अधिकारी डॉ. प्रमोद कुमार का कहना है कि सुबह-शाम ठंड व दिन में धूप निकलने से गेहूं, चना, मसूर, मटर व सरसों फसल के लिए बेहद अच्छा है। दिन का तापमान गिरने और आसमान में बादल छाने से फसलों को पाला मारने का खतरा बढ़ जाएगा।