शाहजहांपुर में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरठ से प्रयागराज के बीच प्रस्तावित गंगा एक्सप्रेसवे की आधारशिला रखेंगे। एक्सप्रेसवे जिले की छह तहसीलों के 76 गांवों से भी गुजरेगा। इसलिए यहां भी भूमि अधिग्रहण का काम तेजी के साथ पूरा किया जा रहा है। प्रशासन ने 98 प्रतिशत भूमि अधिग्रहीत किए जाने का दावा किया है।
एक्सप्रेसवे जनपद के रास्ते होते हुए रायबरेली, प्रतापगढ़ होकर प्रयागराज जाएगा। इसका निर्माण मेरठ से शुरू होगा। हरदोई जनपद से होते हुए एक्सप्रेसवे जनपद की सीमा में आएगा। इसके बाद बांगरमऊ तहसील के 11, सफीपुर के 20, हसनगंज के 7, सदर के 15, पुरवा के 4 और बीघापुर के 19 गांवों से होते हुए रायबरेली जाएगा। जनपद में एक्सप्रेसवे की लंबाई 105 किमी होगी। एक्सप्रेसवे के लिए 1314.970 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होना है।
शनिवार को इसका शाहजहांपुर से शिलान्यास होना है। जिला प्रशासन का दावा है कि अब तक 76 हजार किसानों से 1288.40 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है। जो कुल भूमि का 98 प्रतिशत है। डीएम रवींद्र कुमार ने बताया कि जिले में भूमि अधिग्रहण लगभग पूरा हो चुका है। जिन गांवों में भूमि अधिग्रहण बचा है वहां पर तेजी के साथ काम पूरा किया जा रहा है।
गंगा एक्सप्रेसवे निर्माण के लिए ग्राम महोलिया, हरईपुर और बेहटामुजावर आदि गांवों के कई किसानों की भूमि अभी तक अधिग्रहीत नहीं की जा चुकी है। ग्राम बेहटामुजावर के प्रमोद कुमार और कामता प्रसाद पाल ने अप्रैल में उन्नाव न्यायालय में वाद दायर किया था। इन्हीं किसानों की समस्याओं के निस्तारण के लिए शुक्रवार को ग्राम बेहटामुजावर स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय परिसर में एक बैठक आयोजित की गई।
जिसमें यूपीडा के एसडीएम आनंद कुमार राय और बांगरमऊ के उपजिलाधिकारी अंकित शुक्ला पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने किसानों को बताया कि सरकार द्वारा निर्धारित सर्किल रेट 27 लाख रुपये प्रति बीघा की दर से मुआवजा दिया जा रहा है। जो किसान बाहर रह रहे हैं, वे तत्काल अपनी भूमि अधिग्रहीत करा दें। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राघवेंद्र सिंह गुड्डू भी मौजूद रहे।
एक नजर...
- कानपुर-लखनऊ हाईवे पर सोनिक में पहला और नेवरना में बनेगा दूसरा जंक्शन
- गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण पूरा होने में लगेंगे दो साल, छह लेन का होगा गंगा एक्सप्रेसवे
- भविष्य में आठ लेन करने का प्रस्ताव, एक्सप्रेसवे की ऊंचाई 8 से 10 मीटर
- एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ के लेन की चौड़ाई लगभग 130 मीटर
विस्तार
शाहजहांपुर में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरठ से प्रयागराज के बीच प्रस्तावित गंगा एक्सप्रेसवे की आधारशिला रखेंगे। एक्सप्रेसवे जिले की छह तहसीलों के 76 गांवों से भी गुजरेगा। इसलिए यहां भी भूमि अधिग्रहण का काम तेजी के साथ पूरा किया जा रहा है। प्रशासन ने 98 प्रतिशत भूमि अधिग्रहीत किए जाने का दावा किया है।
एक्सप्रेसवे जनपद के रास्ते होते हुए रायबरेली, प्रतापगढ़ होकर प्रयागराज जाएगा। इसका निर्माण मेरठ से शुरू होगा। हरदोई जनपद से होते हुए एक्सप्रेसवे जनपद की सीमा में आएगा। इसके बाद बांगरमऊ तहसील के 11, सफीपुर के 20, हसनगंज के 7, सदर के 15, पुरवा के 4 और बीघापुर के 19 गांवों से होते हुए रायबरेली जाएगा। जनपद में एक्सप्रेसवे की लंबाई 105 किमी होगी। एक्सप्रेसवे के लिए 1314.970 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होना है।
शनिवार को इसका शाहजहांपुर से शिलान्यास होना है। जिला प्रशासन का दावा है कि अब तक 76 हजार किसानों से 1288.40 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है। जो कुल भूमि का 98 प्रतिशत है। डीएम रवींद्र कुमार ने बताया कि जिले में भूमि अधिग्रहण लगभग पूरा हो चुका है। जिन गांवों में भूमि अधिग्रहण बचा है वहां पर तेजी के साथ काम पूरा किया जा रहा है।
गंगा एक्सप्रेसवे निर्माण के लिए ग्राम महोलिया, हरईपुर और बेहटामुजावर आदि गांवों के कई किसानों की भूमि अभी तक अधिग्रहीत नहीं की जा चुकी है। ग्राम बेहटामुजावर के प्रमोद कुमार और कामता प्रसाद पाल ने अप्रैल में उन्नाव न्यायालय में वाद दायर किया था। इन्हीं किसानों की समस्याओं के निस्तारण के लिए शुक्रवार को ग्राम बेहटामुजावर स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय परिसर में एक बैठक आयोजित की गई।
जिसमें यूपीडा के एसडीएम आनंद कुमार राय और बांगरमऊ के उपजिलाधिकारी अंकित शुक्ला पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने किसानों को बताया कि सरकार द्वारा निर्धारित सर्किल रेट 27 लाख रुपये प्रति बीघा की दर से मुआवजा दिया जा रहा है। जो किसान बाहर रह रहे हैं, वे तत्काल अपनी भूमि अधिग्रहीत करा दें। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राघवेंद्र सिंह गुड्डू भी मौजूद रहे।
एक नजर...
- कानपुर-लखनऊ हाईवे पर सोनिक में पहला और नेवरना में बनेगा दूसरा जंक्शन
- गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण पूरा होने में लगेंगे दो साल, छह लेन का होगा गंगा एक्सप्रेसवे
- भविष्य में आठ लेन करने का प्रस्ताव, एक्सप्रेसवे की ऊंचाई 8 से 10 मीटर
- एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ के लेन की चौड़ाई लगभग 130 मीटर