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कुलीबाजार हादसे के जिम्मेदार केडीए अफसरों पर कार्रवाई न होेने पर सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने बुधवार को मोर्चा खोल दिया। केडीए अफसरों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर वह धरने पर बैठ गए।
सीओ अनवरगंज से उनकी नोकझोंक हुई। हालांकि बाद में ज्ञापन और तहरीर लेने के बाद मामला शांत हुआ। पुलिस ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। लोहामंडी में सोमवार रात अवैध निर्माण की वजह से तीन मंजिला इमारत का एक हिस्सा ढह गया था।
इसमें बुजुर्ग राकेश शर्मा की मौत हो गई थी। बिल्डिंग गिरने की वजह से 22 परिवार बेघर हो गए हैं। पीड़ित परिवारों के साथ धरने पर बैठे सपा विधायक की बुधवार को सीओ अनवरगंज मोहम्मद अकमल खान से काफी कहासुनी हुई। विधायक का कहना है कि मामले में असली गुनहगार केडीए अफसर हैं जिन्होंने शिकायत के बावजूद पहले कोई कार्रवाई नहीं की।
परिवारों को स्थायी आवास मिले
विधायक ने सीओ और एसीएम से कहा कि जिस धर्मशाला में परिवारों को ठहराया गया, वह रहने लायक नहीं है। उनको तत्काल स्थायी रूप से आवास उपलब्ध कराए जाए। अगर पीड़ितों को छत मुहैया न कराई गई तो वो अनिश्चतकालीन धरने पर बैठेंगे। उन्होंने मांगों संबंधी ज्ञापन प्रशासन को सौंपा। साथ ही केडीए अफसरों के खिलाफ तहरीर भी दी। डीआईजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह का कहना है कि मामले की जांच करवाकर उचित कार्रवाई की जाएगी।
हर दिन लाखों का नुकसान, हादसे की आशंका
बिल्डिंग के पीछे वाली गली दोनों तरफ से ब्लॉक कर दी गई है। पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी है। आवाजाही बंद है। करीब सौ मीटर की इस दूरी में पचास से अधिक दुकानें हैं। दुकानदारों का कहना है कि हर दिन लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है। जिस स्थिति में जर्जर बिल्डिंग है, उससे ये आशंका है कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इसलिए दुकानदार दुकानें नहीं खोल रहे हैं। पुलिस भी दुकानें खोलने की अनुमति नहीं दे रही है।
कुलीबाजार हादसे के जिम्मेदार केडीए अफसरों पर कार्रवाई न होेने पर सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने बुधवार को मोर्चा खोल दिया। केडीए अफसरों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर वह धरने पर बैठ गए।
सीओ अनवरगंज से उनकी नोकझोंक हुई। हालांकि बाद में ज्ञापन और तहरीर लेने के बाद मामला शांत हुआ। पुलिस ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। लोहामंडी में सोमवार रात अवैध निर्माण की वजह से तीन मंजिला इमारत का एक हिस्सा ढह गया था।
इसमें बुजुर्ग राकेश शर्मा की मौत हो गई थी। बिल्डिंग गिरने की वजह से 22 परिवार बेघर हो गए हैं। पीड़ित परिवारों के साथ धरने पर बैठे सपा विधायक की बुधवार को सीओ अनवरगंज मोहम्मद अकमल खान से काफी कहासुनी हुई। विधायक का कहना है कि मामले में असली गुनहगार केडीए अफसर हैं जिन्होंने शिकायत के बावजूद पहले कोई कार्रवाई नहीं की।
परिवारों को स्थायी आवास मिले
विधायक ने सीओ और एसीएम से कहा कि जिस धर्मशाला में परिवारों को ठहराया गया, वह रहने लायक नहीं है। उनको तत्काल स्थायी रूप से आवास उपलब्ध कराए जाए। अगर पीड़ितों को छत मुहैया न कराई गई तो वो अनिश्चतकालीन धरने पर बैठेंगे। उन्होंने मांगों संबंधी ज्ञापन प्रशासन को सौंपा। साथ ही केडीए अफसरों के खिलाफ तहरीर भी दी। डीआईजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह का कहना है कि मामले की जांच करवाकर उचित कार्रवाई की जाएगी।
हर दिन लाखों का नुकसान, हादसे की आशंका
बिल्डिंग के पीछे वाली गली दोनों तरफ से ब्लॉक कर दी गई है। पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी है। आवाजाही बंद है। करीब सौ मीटर की इस दूरी में पचास से अधिक दुकानें हैं। दुकानदारों का कहना है कि हर दिन लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है। जिस स्थिति में जर्जर बिल्डिंग है, उससे ये आशंका है कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इसलिए दुकानदार दुकानें नहीं खोल रहे हैं। पुलिस भी दुकानें खोलने की अनुमति नहीं दे रही है।