कानपुर देहात। ब्लाक अमरौधा के दिबैर की मड़ैया गांव के पास सुनाव नाला बारिश में उफनाने से आवागमन बंद हो जाता है। एक करोड़ की लागत से पुल व लगभग एक किमी सड़क निर्माण कराया जा रहा है। काम अब अंतिम चरण में है। पुल का निर्माण होने से अमरौधा कस्बा जाने के लिए नौ गांवों की तीस हजार आबादी का तीस किमी का चक्कर बचेगा। पुल से होकर आठ किमी दूरी पर अमरौधा है। मार्च अंत तक काम पूरा हो जाएगा।
दिबैर की मड़ैया गांव के पास से निकला सुनाव नाला बारिश में उफान पर होता है। अन्य दिनों में नाला सूखा रहने से लोग यहां से आवाजाही करते हैं। खरका, जरी, किशनपुर, खरतला, रामपुर, दिबैर, दिबैर की मडै़या, स्वरूप पुर, कथरी आदि गांव नाले की वजह से बारिश के मौसम में अलग थलग हो जाते हैं। इन गांवों की तीस हजार आबादी को नाले पर पुल न होने से आवाजाही की भारी दिक्कत होती है। नाला उफनाने पर लोगों को शाहजहांपुर से भोगनीपुर होकर अमरौधा आने जाने में तीस किमी का चक्कर लगाना पड़ता है।
पुल का निर्माण पूरा हो जाने पर यह नौ गांव सीधे अमरौधा से जुड़ जाएंगे। ट्योगा-क्योटरा होकर केवल आठ किमी की दूरी तय कर लोग आसानी से अमरौधा पहुंच सकेंगे।
नाले पर दस मीटर लंबाई का और साढ़े सात मीटर चौड़ा पुल बनाया जा रहा है। आधे हिस्से में कंक्रीट मिक्सचर से ढलाई करा दी गई है। आधे हिस्से की ढलाई का काम बाकी है। दोनों तरफ आधे किमी लंबी सड़क बनाकर पुल से जोड़ी जाएगी। मार्च अंत में काम पूरा हो जाएगा।
- बुद्ध विलास विश्वकर्मा, जेई निर्माण खंड-1, लोक निर्माण विभाग
कानपुर देहात। ब्लाक अमरौधा के दिबैर की मड़ैया गांव के पास सुनाव नाला बारिश में उफनाने से आवागमन बंद हो जाता है। एक करोड़ की लागत से पुल व लगभग एक किमी सड़क निर्माण कराया जा रहा है। काम अब अंतिम चरण में है। पुल का निर्माण होने से अमरौधा कस्बा जाने के लिए नौ गांवों की तीस हजार आबादी का तीस किमी का चक्कर बचेगा। पुल से होकर आठ किमी दूरी पर अमरौधा है। मार्च अंत तक काम पूरा हो जाएगा।
दिबैर की मड़ैया गांव के पास से निकला सुनाव नाला बारिश में उफान पर होता है। अन्य दिनों में नाला सूखा रहने से लोग यहां से आवाजाही करते हैं। खरका, जरी, किशनपुर, खरतला, रामपुर, दिबैर, दिबैर की मडै़या, स्वरूप पुर, कथरी आदि गांव नाले की वजह से बारिश के मौसम में अलग थलग हो जाते हैं। इन गांवों की तीस हजार आबादी को नाले पर पुल न होने से आवाजाही की भारी दिक्कत होती है। नाला उफनाने पर लोगों को शाहजहांपुर से भोगनीपुर होकर अमरौधा आने जाने में तीस किमी का चक्कर लगाना पड़ता है।
पुल का निर्माण पूरा हो जाने पर यह नौ गांव सीधे अमरौधा से जुड़ जाएंगे। ट्योगा-क्योटरा होकर केवल आठ किमी की दूरी तय कर लोग आसानी से अमरौधा पहुंच सकेंगे।
नाले पर दस मीटर लंबाई का और साढ़े सात मीटर चौड़ा पुल बनाया जा रहा है। आधे हिस्से में कंक्रीट मिक्सचर से ढलाई करा दी गई है। आधे हिस्से की ढलाई का काम बाकी है। दोनों तरफ आधे किमी लंबी सड़क बनाकर पुल से जोड़ी जाएगी। मार्च अंत में काम पूरा हो जाएगा।
- बुद्ध विलास विश्वकर्मा, जेई निर्माण खंड-1, लोक निर्माण विभाग