लोकप्रिय और ट्रेंडिंग टॉपिक्स

विज्ञापन
Hindi News ›   Uttar Pradesh ›   Jhansi News ›   How to know the strain of corona, investigation could not start till now

Jhansi News: कैसे पता चलेगा कोरोना का स्ट्रेन, अब तक शुरू नहीं हो सकी जांच

Jhansi Bureau झांसी ब्यूरो
Updated Sun, 08 Jan 2023 11:53 PM IST
How to know the strain of corona, investigation could not start till now
झांसी। चीन समेत कई देशों में कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते महामारी के लौटने का खतरा फिर से सताने लगा है। नई लहर के साथ आने वाले वायरस के स्ट्रेन (रूप) को जानने के लिए कोविड संक्रमित का सैंपल लेकर जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जाती है। मगर शासन से मंजूरी मिलने के एक साल बाद भी झांसी में ये जांच शुरू नहीं हो सकी है।

प्रदेश में अभी केजीएमयू लखनऊ समेत दो-तीन जगह ही ये जांच होती है। ऐसे में कोरोना की दूसरी, तीसरी लहर में झांसी से भेजे जाने वाले सैंपलों की रिपोर्ट कई-कई सप्ताह तक पता नहीं लग पाती थी। इसको मद्देनजर रखते हुए शासन ने नवंबर 2021 में झांसी समेत प्रदेश के चार जिलों में जीनोम सीक्वेंसिंग शुरू कराने की मंजूरी दी थी। इसके पीछे उद्देश्य था कि कोविड के केस बढ़ने पर वेरिएंट का पता लगाने के लिए बुंदेलखंड समेत आसपास के सैंपल की जांच झांसी में ही हो सके। महामारी थमने के बाद इसके लिए मशीन उपलब्ध नहीं हो सकी। मगर अब जब कोविड का खतरा फिर से मंडरा रहा है। ऐसे में मशीन आने की जरूरत महसूस होने लगी है। वहीं, प्राचार्य डॉ. एनएस सेंगर का कहना है कि अभी झांसी में कोरोना का कोई केस नहीं है। अगर केस आने शुरू होंगे तो जीनोम सीक्वेंसिंग शुरू कराने को लेकर अधिकारियों से बात की जाएगी।

क्या होता है जीनोम सीक्वेंसिंग
डॉक्टरों का कहना है कि वायरस खुद को लंबे समय तक प्रभावी रखने के लिए लगातार अपनी अनुवांशिक संरचना में बदलाव लाते रहते हैं। ताकि, उन्हें मारा न जा सके। इसे म्यूटेशन कहते हैं। वायरस में बदलाव होने पर कई बार मौजूद दवाएं या वैक्सीन काम नहीं करतीं। ऐसे में उनके फॉर्मूला में बदलाव लाना होता है। इसी दौरान काम आती है जीनोम सीक्वेंसिंग।
विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

फॉन्ट साइज चुनने की सुविधा केवल
एप पर उपलब्ध है

बेहतर अनुभव के लिए
4.3
ब्राउज़र में ही
एप में पढ़ें

क्षमा करें यह सर्विस उपलब्ध नहीं है कृपया किसी और माध्यम से लॉगिन करने की कोशिश करें

Followed