झांसी। तीन साल के भीतर जिले से 109 बेटियां गायब हो गईं हैं। इनमें से 31 युवतियों के परिवार वालों ने तो अपहरण का मुकदमा दर्ज करा रखा है जबकि 78 लड़कियों की गुमशुदगी जिले के विभिन्न थानों में दर्ज है। मुकदमा दर्ज होने की शुरूआत में तो जरूर पुलिस ने हाथ-पैर मारे लेकिन अब खामोश है। पुलिस का कहना है कि अधिकांश मामले प्रेम-प्रसंग के सामने आ रहे हैं। कई युवतियों ने तो शादी करने के सर्टिफिकेट तक पुलिस के पास भेज दिए हैं। परिवार वालों को भी इनके बारे में जानकारी है।
बेटियों की तलाश में भटक रहे मां-बाप
झांसी। जिनकी बेटियां गायब हैं उनके मां-बाप तलाश में भटक रहे हैं। जहां भी सुराग मिलता है वहीं चले जाते हैं। बेटी की फोटो लेकर इस शहर से उस शहर के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन कहीं पता नहीं चल रहा है। बेटी कहां और किस हाल में है इसकी जानकारी किसी को नहीं है। एक बेटी के पिता ने बताया कि जब भी पुलिस के पास जाओ तो कह देते हैं तो लौट आएगी परेशान होने की जरूरत नहीं है। लेकिन जिसकी बेटी गायब हो जाए वह परिवार भला कैसे चैन से बैठ सकता है।
हर साल मनाते हैं गुम बेटी का जन्मदिन
झांसी। कोतवाली स्थित एक मोहल्ले में रहने वाले व्यक्ति की पुत्री दिसंबर 2017 की दोपहर घर से निकली थी, इसके बाद वापस नहीं लौटी। काफी खोजबीन के बाद पता न चलने पर परिजनों ने कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। इस घटना को दो साल बीत चुके हैं, लेकिन आज तक युवती घर नहीं आ सकी। परिवार वाले हर साल बेटी का जन्म दिन मना रहे हैं। घर वालों को उम्मीद है कि उनकी बेटी एक दिन जरूर मिल जाएगी।
हमें हमारी बेटी की लाश ही दिला दो
थाना नवाबाद क्षेत्र से एक युवती अप्रैल (2019) को लापता हो गई थी। पुलिस ने पांच लोगों को पकड़कर उसकी हत्या का खुलासा तो कर दिया था लेकिन युवती का शव आज तक बरामद नहीं हो सका है। मां-बाप आज भी पुलिस के पास जाकर बेटी की लाश बरामद कराने की मांग करते हैं। लेकिन पुलिस कुछ कर नहीं पा रही है। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार लोगों ने बताया था कि उन्होंने शव को यमुना नदी में फेंक दिया था।
एसएसपी डॉ. ओपी सिंह का कहना है कि महिला सुरक्षा से संबंधित हर मामले को लेकर पुलिस गंभीर है। जो बेटियां गायब हैं या अपहरण किया गया है उनकी बरामदगी को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस टीमों का भी गठन कर दिया गया है। एसएसपी ने बताया कि 38 युवतियों को बरामद करके उनके परिवार के हवाले कर दिया गया है।
झांसी। तीन साल के भीतर जिले से 109 बेटियां गायब हो गईं हैं। इनमें से 31 युवतियों के परिवार वालों ने तो अपहरण का मुकदमा दर्ज करा रखा है जबकि 78 लड़कियों की गुमशुदगी जिले के विभिन्न थानों में दर्ज है। मुकदमा दर्ज होने की शुरूआत में तो जरूर पुलिस ने हाथ-पैर मारे लेकिन अब खामोश है। पुलिस का कहना है कि अधिकांश मामले प्रेम-प्रसंग के सामने आ रहे हैं। कई युवतियों ने तो शादी करने के सर्टिफिकेट तक पुलिस के पास भेज दिए हैं। परिवार वालों को भी इनके बारे में जानकारी है।
बेटियों की तलाश में भटक रहे मां-बाप
झांसी। जिनकी बेटियां गायब हैं उनके मां-बाप तलाश में भटक रहे हैं। जहां भी सुराग मिलता है वहीं चले जाते हैं। बेटी की फोटो लेकर इस शहर से उस शहर के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन कहीं पता नहीं चल रहा है। बेटी कहां और किस हाल में है इसकी जानकारी किसी को नहीं है। एक बेटी के पिता ने बताया कि जब भी पुलिस के पास जाओ तो कह देते हैं तो लौट आएगी परेशान होने की जरूरत नहीं है। लेकिन जिसकी बेटी गायब हो जाए वह परिवार भला कैसे चैन से बैठ सकता है।
हर साल मनाते हैं गुम बेटी का जन्मदिन
झांसी। कोतवाली स्थित एक मोहल्ले में रहने वाले व्यक्ति की पुत्री दिसंबर 2017 की दोपहर घर से निकली थी, इसके बाद वापस नहीं लौटी। काफी खोजबीन के बाद पता न चलने पर परिजनों ने कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। इस घटना को दो साल बीत चुके हैं, लेकिन आज तक युवती घर नहीं आ सकी। परिवार वाले हर साल बेटी का जन्म दिन मना रहे हैं। घर वालों को उम्मीद है कि उनकी बेटी एक दिन जरूर मिल जाएगी।
हमें हमारी बेटी की लाश ही दिला दो
थाना नवाबाद क्षेत्र से एक युवती अप्रैल (2019) को लापता हो गई थी। पुलिस ने पांच लोगों को पकड़कर उसकी हत्या का खुलासा तो कर दिया था लेकिन युवती का शव आज तक बरामद नहीं हो सका है। मां-बाप आज भी पुलिस के पास जाकर बेटी की लाश बरामद कराने की मांग करते हैं। लेकिन पुलिस कुछ कर नहीं पा रही है। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार लोगों ने बताया था कि उन्होंने शव को यमुना नदी में फेंक दिया था।
एसएसपी डॉ. ओपी सिंह का कहना है कि महिला सुरक्षा से संबंधित हर मामले को लेकर पुलिस गंभीर है। जो बेटियां गायब हैं या अपहरण किया गया है उनकी बरामदगी को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस टीमों का भी गठन कर दिया गया है। एसएसपी ने बताया कि 38 युवतियों को बरामद करके उनके परिवार के हवाले कर दिया गया है।