उरई/माधौगढ़ (जालौन)। चार दिन पूर्व चलती कार से फेंकी गई एएनएम छात्रा भावना ने शानिवार देर रात ग्वालियर में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इससे पूरे मामले की गुत्थी और उलझ गई है। पुलिस अभी भी भावना के पति और उसके करीबियों से पूछताछ कर रही है। इंस्पेक्टर सुधाकर मिश्रा का कहना है कि परिजनों ने अभी पुलिस से कोई संपर्क नहीं किया है।
बता दें कि गुरुवार की शाम आटा के अजनारा के पास तेज रफ्तार कार एएनएम छात्रा भावना को घायलावस्था में फेंककर निकल गई थी। उसे गंभीर हालत में ग्वालियर भर्ती कराया गया था। घटना के कुछ देर बाद ही उरई क्षेत्र के धरगुवा के पास माधौगढ़ के सुमित का शव मिला था। उसके पास भावना की स्कूटी और मोबाइल भी मिला था। जांच में पता चला कि सुमित और भावना बीते पांच साल से दोस्त थे। सुमित के परिजनों की ओर से पुलिस ने भावना के मायके व ससुराल वालों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की थी। उरई पुलिस भावना के पति को हिरासत में लेकर उसके होश में आने का ही इंतजार कर रही थी, ताकि कार सवार लोगों का पता चल सके लेकिन भावना की मौत से अब गुत्थी और उलझ गईं है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार भावना के फौजी पति देवेंद्र को भी जेल भेजा जा सकता है। कोतवाल का कहना है कि भावना के परिजनों से भी पूछताछ की जाएगी। इधर, भावना के मायके वालों ने रविवार को उसके शव का गांव सिलउवा में अंतिम संस्कार किया। छोटे भाई आलोक ने मुखाग्नि दी। दादा विद्याराम ने बताया कि भावना बचपन से ही होनहार थी। उसके हत्यारोपियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
उरई/माधौगढ़ (जालौन)। चार दिन पूर्व चलती कार से फेंकी गई एएनएम छात्रा भावना ने शानिवार देर रात ग्वालियर में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इससे पूरे मामले की गुत्थी और उलझ गई है। पुलिस अभी भी भावना के पति और उसके करीबियों से पूछताछ कर रही है। इंस्पेक्टर सुधाकर मिश्रा का कहना है कि परिजनों ने अभी पुलिस से कोई संपर्क नहीं किया है।
बता दें कि गुरुवार की शाम आटा के अजनारा के पास तेज रफ्तार कार एएनएम छात्रा भावना को घायलावस्था में फेंककर निकल गई थी। उसे गंभीर हालत में ग्वालियर भर्ती कराया गया था। घटना के कुछ देर बाद ही उरई क्षेत्र के धरगुवा के पास माधौगढ़ के सुमित का शव मिला था। उसके पास भावना की स्कूटी और मोबाइल भी मिला था। जांच में पता चला कि सुमित और भावना बीते पांच साल से दोस्त थे। सुमित के परिजनों की ओर से पुलिस ने भावना के मायके व ससुराल वालों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की थी। उरई पुलिस भावना के पति को हिरासत में लेकर उसके होश में आने का ही इंतजार कर रही थी, ताकि कार सवार लोगों का पता चल सके लेकिन भावना की मौत से अब गुत्थी और उलझ गईं है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार भावना के फौजी पति देवेंद्र को भी जेल भेजा जा सकता है। कोतवाल का कहना है कि भावना के परिजनों से भी पूछताछ की जाएगी। इधर, भावना के मायके वालों ने रविवार को उसके शव का गांव सिलउवा में अंतिम संस्कार किया। छोटे भाई आलोक ने मुखाग्नि दी। दादा विद्याराम ने बताया कि भावना बचपन से ही होनहार थी। उसके हत्यारोपियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।