गोपामऊ। राष्ट्रपति ने गोपामऊ निवासी चीफ वार्डन हाजी शरीफ अहमद को विशिष्ट एवं सराहनीय सेवा पदक 26 जनवरी को प्रदान किया। हाजी शरीफ 21 वर्षों से सिविल डिफेंस में सेवाएं दे रहे हैं।
गणतंत्र दिवस पर दिल्ली सरकार के चार सिविल डिफेंसकर्मियों (नागरिक सुरक्षा निदेशालय) को राष्ट्रपति की तरफ से विशिष्ट एवं सराहनीय सेवा पदक प्रदान किया गया है। जिसमें हरदोई जनपद के कस्बा गोपामऊ के मोहल्ला सागर तालाब निवासी हाजी शरीफ अहमद भी शामिल हैं। हाजी दिल्ली के सिविल डिफेंस विभाग में तैनात हैं। उनके भाई सभासद रईस ने बताया कि शरीफ ने 1974 में सीएसएन डिग्री कॉलेज से बीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद दिल्ली में सिलाई का काम शुरू किया था। इसके बाद इस सेवा में आ गए। कोरोना काल में उन्होंने लोगों की काफी मदद की।
पदक विजेता हाजी शरीफ ने बताया कि राष्ट्रपति द्वारा पदक मिलने की एक दिन पहले उनको जानकारी विभाग द्वारा दी गई थी। इसका श्रेय वह अपने माता-पिता व परिवार वालों को देते है। उनको मिले इस सम्मान को लेकर कस्बावासियों ने उत्साह वर्धन किया है।
गोपामऊ। राष्ट्रपति ने गोपामऊ निवासी चीफ वार्डन हाजी शरीफ अहमद को विशिष्ट एवं सराहनीय सेवा पदक 26 जनवरी को प्रदान किया। हाजी शरीफ 21 वर्षों से सिविल डिफेंस में सेवाएं दे रहे हैं।
गणतंत्र दिवस पर दिल्ली सरकार के चार सिविल डिफेंसकर्मियों (नागरिक सुरक्षा निदेशालय) को राष्ट्रपति की तरफ से विशिष्ट एवं सराहनीय सेवा पदक प्रदान किया गया है। जिसमें हरदोई जनपद के कस्बा गोपामऊ के मोहल्ला सागर तालाब निवासी हाजी शरीफ अहमद भी शामिल हैं। हाजी दिल्ली के सिविल डिफेंस विभाग में तैनात हैं। उनके भाई सभासद रईस ने बताया कि शरीफ ने 1974 में सीएसएन डिग्री कॉलेज से बीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद दिल्ली में सिलाई का काम शुरू किया था। इसके बाद इस सेवा में आ गए। कोरोना काल में उन्होंने लोगों की काफी मदद की।
पदक विजेता हाजी शरीफ ने बताया कि राष्ट्रपति द्वारा पदक मिलने की एक दिन पहले उनको जानकारी विभाग द्वारा दी गई थी। इसका श्रेय वह अपने माता-पिता व परिवार वालों को देते है। उनको मिले इस सम्मान को लेकर कस्बावासियों ने उत्साह वर्धन किया है।