गोरखपुर। वाराणसी में पैतृक गांव में प्रशिक्षु दरोगा शिव कुमार की खुदकुशी की खबर जैसे ही गोरखपुर पहुंची, उनके साथ काम करने वाले पुलिसकर्मियों में शोक छा गया। सभी उनके इस आत्मघाती कदम से हैरान हैं। साथी पुलिस वालों का कहना है कि शिव कुमार बेहद मिलनसार थे।
गोरखपुर के शाहपुर थाने पर अंडर ट्रेनी दरोगा के रूप में उनकी पहली तैनाती थी। उन्हें जेल चौकी पर तैनात किया गया था। चार सितंबर से 14 दिन की छुट्टी पर वह अपने घर गए थे। शाहपुर इंस्पेक्टर प्रदीप शुक्ला ने बताया कि शिव कुमार की खुदकुशी की खबर देर शाम जब से मिली है, तब से पूरा स्टाफ दुखी है।
वहीं साथी पुलिस कर्मियों ने बताया कि शिव कुमार की जल्द ही शादी हुई थी, पारिवारिक दिक्कतों की वजह से वह डिप्रेशन में थे। एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि वहां के इंस्पेक्टर बात हुई है। पारिवारिक कलह सामने आ रही है। शिव कुमार 2017 बैच के दरोगा थे।
गोरखपुर। वाराणसी में पैतृक गांव में प्रशिक्षु दरोगा शिव कुमार की खुदकुशी की खबर जैसे ही गोरखपुर पहुंची, उनके साथ काम करने वाले पुलिसकर्मियों में शोक छा गया। सभी उनके इस आत्मघाती कदम से हैरान हैं। साथी पुलिस वालों का कहना है कि शिव कुमार बेहद मिलनसार थे।
गोरखपुर के शाहपुर थाने पर अंडर ट्रेनी दरोगा के रूप में उनकी पहली तैनाती थी। उन्हें जेल चौकी पर तैनात किया गया था। चार सितंबर से 14 दिन की छुट्टी पर वह अपने घर गए थे। शाहपुर इंस्पेक्टर प्रदीप शुक्ला ने बताया कि शिव कुमार की खुदकुशी की खबर देर शाम जब से मिली है, तब से पूरा स्टाफ दुखी है।
वहीं साथी पुलिस कर्मियों ने बताया कि शिव कुमार की जल्द ही शादी हुई थी, पारिवारिक दिक्कतों की वजह से वह डिप्रेशन में थे। एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि वहां के इंस्पेक्टर बात हुई है। पारिवारिक कलह सामने आ रही है। शिव कुमार 2017 बैच के दरोगा थे।