इकदिल। कश्मीर के श्रीनगर में तैनात सीआरपीएफ जवान हरनाथ सिंह का पार्थिव शरीर शुक्रवार की सुबह इकदिल थाना क्षेत्र के बिरिहीपुरा गांव पहुंचा।
जैसे ही सीआरपीएफ के जवानों ने तिरंगे से लिपटा हुए साथी हरनाथ का शव गाड़ी से उतारा, तो परिजन जोर-जोर से रो पड़े। जबकि, ग्रामीणों व रिश्तेदारों के भारत माता की जय के नारे लगाए।
इससे पूरा माहौल में राष्ट्रीयता की झलक नजर आने लगी। हरनाथ के पार्थिव शरीर पर तमाम नेताओं और अफसरों ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद सेना के जवानों ने सलामी दी और फिर हरनाथ का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
बिरिहीपुरा गांव निवासी हरनाथ (41) सीआरपीएफ में हवलदार थे। इस श्रीनगर में तैनात थे। बुधवार को मेस में खाना खाते समय उन्हें हार्ट अटैक पड़ गया था। इससे उनकी मौत हो गई थी।
बृहस्पतिवार को सेना के अधिकारियों ने घटना की जानकारी परिजनों को दी थी। बताते हैं कि श्रीनगर से प्लेन से हरनाथ का शव दिल्ली लाया गया। वहां से सेना के वाहन से शव को हरनाथ के गांव लाया गया।
शुक्रवार की सुबह सेना के वाहन सैनिक शव लेकर उनके गांव पहुंचा। जैसे ही तिरंगे में लिपटा हरनाथ का शव गाड़ी से उतारा गया, तो पूरा माहौल गमगीन हो गया।
परिवार के लोग और रिश्तेदार पर शव को लिपट कर रो पड़े। वहां मौजूद लोगों की आंखें भी नम हो गईं। इसी बीच लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाने शुरू कर दिए।
इसके बाद हरनाथ की शव यात्रा निकली। अंतिम संस्कार स्थल पर सीआरपीएफ की 17वीं बटालियन के जवानों ने साथी जवान को सलामी दी। इस दौरान पुलिस की टीम ने भी हरनाथ को सलामी दी।
बड़ी बेटी ने दी मुखाग्नि
हरनाथ को उनकी बड़ी बेटी खुशी (14) ने मुखाग्नि दी। इस दौरान वह रोती रही। खुशी ने कहा कि वह भी सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करेगी। दुखी परिजनों को भाजपा के पूर्व विधायक केके राज व इकदिल नगर पंचायत अध्यक्ष डॉ सौरभ दीक्षित, राघवेंद्र गौतम, उमेश राजपूत, पूर्व एमएलसी सुनील यादव, सपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष लीलावती राजपूत, भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष नरेश चंद्र गोयल और थाना प्रभारी जीवाराम यादव ने भी सांत्वना दी।
इकदिल। कश्मीर के श्रीनगर में तैनात सीआरपीएफ जवान हरनाथ सिंह का पार्थिव शरीर शुक्रवार की सुबह इकदिल थाना क्षेत्र के बिरिहीपुरा गांव पहुंचा।
जैसे ही सीआरपीएफ के जवानों ने तिरंगे से लिपटा हुए साथी हरनाथ का शव गाड़ी से उतारा, तो परिजन जोर-जोर से रो पड़े। जबकि, ग्रामीणों व रिश्तेदारों के भारत माता की जय के नारे लगाए।
इससे पूरा माहौल में राष्ट्रीयता की झलक नजर आने लगी। हरनाथ के पार्थिव शरीर पर तमाम नेताओं और अफसरों ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद सेना के जवानों ने सलामी दी और फिर हरनाथ का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
बिरिहीपुरा गांव निवासी हरनाथ (41) सीआरपीएफ में हवलदार थे। इस श्रीनगर में तैनात थे। बुधवार को मेस में खाना खाते समय उन्हें हार्ट अटैक पड़ गया था। इससे उनकी मौत हो गई थी।
बृहस्पतिवार को सेना के अधिकारियों ने घटना की जानकारी परिजनों को दी थी। बताते हैं कि श्रीनगर से प्लेन से हरनाथ का शव दिल्ली लाया गया। वहां से सेना के वाहन से शव को हरनाथ के गांव लाया गया।
शुक्रवार की सुबह सेना के वाहन सैनिक शव लेकर उनके गांव पहुंचा। जैसे ही तिरंगे में लिपटा हरनाथ का शव गाड़ी से उतारा गया, तो पूरा माहौल गमगीन हो गया।
परिवार के लोग और रिश्तेदार पर शव को लिपट कर रो पड़े। वहां मौजूद लोगों की आंखें भी नम हो गईं। इसी बीच लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाने शुरू कर दिए।
इसके बाद हरनाथ की शव यात्रा निकली। अंतिम संस्कार स्थल पर सीआरपीएफ की 17वीं बटालियन के जवानों ने साथी जवान को सलामी दी। इस दौरान पुलिस की टीम ने भी हरनाथ को सलामी दी।
बड़ी बेटी ने दी मुखाग्नि
हरनाथ को उनकी बड़ी बेटी खुशी (14) ने मुखाग्नि दी। इस दौरान वह रोती रही। खुशी ने कहा कि वह भी सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करेगी। दुखी परिजनों को भाजपा के पूर्व विधायक केके राज व इकदिल नगर पंचायत अध्यक्ष डॉ सौरभ दीक्षित, राघवेंद्र गौतम, उमेश राजपूत, पूर्व एमएलसी सुनील यादव, सपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष लीलावती राजपूत, भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष नरेश चंद्र गोयल और थाना प्रभारी जीवाराम यादव ने भी सांत्वना दी।