एटा। नौनिहालों को निमोनिया से बचाने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा सभी सरकारी अस्पतालों में बच्चों को वैक्सीन लगाई जाएगी। अभी तक यह योजना प्रदेश के सिर्फ 14 जिलों में संचालित थी। प्रथम चरण में अभियान चलाकर घर-घर जाकर बच्चों को टीके लगाए जाएंगे।
बाल मृत्यु दर को लेकर स्वास्थ्य विभाग चिंतित है। विभाग द्वारा नौनिहालों को गंभीर बीमारी से बचाने के लिए कई प्रकार के टीका लगाए जा रहे हैं । इसके बाद भी नौनिहाल किसी न किसी बीमारी से ग्रसित होकर अपनी जान गवां रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बीते आठ माह में निमोनिया के कारण अधिक मौतें हुईं हैं। इसी को लेकर परिवार कल्याण विभाग के महानिदेशक डॉ. बद्री विशाल ने तीन महा पूर्व निमोनिया से बचाव की वैक्सीन पायलट प्रोजेक्ट योजना के तहत प्रदेश के 14 जिलों में शुरू की है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. राम सिंह ने बताया कि अभी शासन से पत्र मिला है, वैक्सीन नहीं आई है। जैसे ही वैक्सीन आती हैं। उसको सीएचसी सहित जिला अस्पताल में बच्चों को निमोनिया से बचाने के लिए टीकाकरण किया जाएगा।
एटा। नौनिहालों को निमोनिया से बचाने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा सभी सरकारी अस्पतालों में बच्चों को वैक्सीन लगाई जाएगी। अभी तक यह योजना प्रदेश के सिर्फ 14 जिलों में संचालित थी। प्रथम चरण में अभियान चलाकर घर-घर जाकर बच्चों को टीके लगाए जाएंगे।
बाल मृत्यु दर को लेकर स्वास्थ्य विभाग चिंतित है। विभाग द्वारा नौनिहालों को गंभीर बीमारी से बचाने के लिए कई प्रकार के टीका लगाए जा रहे हैं । इसके बाद भी नौनिहाल किसी न किसी बीमारी से ग्रसित होकर अपनी जान गवां रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बीते आठ माह में निमोनिया के कारण अधिक मौतें हुईं हैं। इसी को लेकर परिवार कल्याण विभाग के महानिदेशक डॉ. बद्री विशाल ने तीन महा पूर्व निमोनिया से बचाव की वैक्सीन पायलट प्रोजेक्ट योजना के तहत प्रदेश के 14 जिलों में शुरू की है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. राम सिंह ने बताया कि अभी शासन से पत्र मिला है, वैक्सीन नहीं आई है। जैसे ही वैक्सीन आती हैं। उसको सीएचसी सहित जिला अस्पताल में बच्चों को निमोनिया से बचाने के लिए टीकाकरण किया जाएगा।