न्यूज डेस्क, अमर उजाला, चित्रकूट
Published by: प्रभापुंज मिश्रा
Updated Thu, 14 Jan 2021 04:11 PM IST
करीब 50 बच्चों के यौन शोषण के आरोपी सिंचाई विभाग के निलंबित जेई रामभवन के मामले में सीबीआई ने एक बार फिर से जिले में डेरा डाल दिया है। जेई के शिकार बच्चों के मेडिकल के लिए गुरुवार को सीबीआई की छह सदस्यीय टीम दिल्ली एम्स के पांच डॉक्टरों को लेकर चित्रकूट पहुंची।
एम्स के डॉक्टरों के पैनल ने पहले दिन चित्रकूट व बांदा के आस पास के करीब 17 बच्चों का मेडिकल परीक्षण किया, जिसमें से अभी कई की पूरी रिपोर्ट नहीं आ पाई है। सीबीआई की टीम एम्स के पांच डॉक्टरों की टीम को लेकर कड़ी सुरक्षा के बीच मुख्यालय के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंची।
वहां पर सीएमओ डॉ. विनोद कुमार के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग के छह कर्मचारी एम्स के डाक्टरों की मदद के लिए लगाए गए। कड़ी सुरक्षा के बीच सीबीआई अफसर तीन वाहनों से जेई के शिकार बच्चों व उनके अभिभावकों को लेकर अस्पताल पहुंची।
दिल्ली एम्स की दो महिला डॉक्टर समेत पांच डॉक्टरों की टीम ने क्रमवार बच्चों का मेडिकल परीक्षण किया। इस दौरान कई लोगों के एक्सरे कराए गए। साथ ही ब्लड जांच के अलावा शारीरिक जांच भी कराई गई। सुबह दस बजे से लेकर देर शाम पांच बजे तक जांच का क्रम चलता रहा।
जिन बच्चों का मेडिकल हो गया उन्हें सीबीआई टीम ने घर भिजवा दिया और जिनका अभी मेडिकल होना है वे बच्चे अभिभावकों संग सिंचाई विभाग के रेस्ट हाउस में सीबीआई के साथ हैं। बच्चों को लाने ले जाने के दौरान सीबीआई अफसरों ने सुरक्षा का भी खासा ध्यान रखा। साथ ही मीडिया से भी दूरी बनाए रखी।
शुक्रवार को भी होगा परीक्षण
सीबीआई दिल्ली के सीओ अमित कुमार ने बताया कि जेई पर शिकंजा कसने के लिए उसके शिकार बच्चों का मेडिकल कराया जा रहा है। जिससे आरोपी जेई के खिलाफ सबूत और पुख्ता हो सकें। बच्चों की पहचान छिपाने का भी मुख्य लक्ष्य है। मेडिकल परीक्षण शुक्रवार तक चलेगा। दिल्ली एम्स के डॉक्टरों की टीम मुख्यालय में ही ठहर कर यह काम पूरा करेगी। पहले दिन 17 बच्चों का मेडिकल कराया गया है, जिसकी पूरी रिपोर्ट अभी नहीं मिली है।
करीब 50 बच्चों के यौन शोषण के आरोपी सिंचाई विभाग के निलंबित जेई रामभवन के मामले में सीबीआई ने एक बार फिर से जिले में डेरा डाल दिया है। जेई के शिकार बच्चों के मेडिकल के लिए गुरुवार को सीबीआई की छह सदस्यीय टीम दिल्ली एम्स के पांच डॉक्टरों को लेकर चित्रकूट पहुंची।
एम्स के डॉक्टरों के पैनल ने पहले दिन चित्रकूट व बांदा के आस पास के करीब 17 बच्चों का मेडिकल परीक्षण किया, जिसमें से अभी कई की पूरी रिपोर्ट नहीं आ पाई है। सीबीआई की टीम एम्स के पांच डॉक्टरों की टीम को लेकर कड़ी सुरक्षा के बीच मुख्यालय के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंची।
वहां पर सीएमओ डॉ. विनोद कुमार के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग के छह कर्मचारी एम्स के डाक्टरों की मदद के लिए लगाए गए। कड़ी सुरक्षा के बीच सीबीआई अफसर तीन वाहनों से जेई के शिकार बच्चों व उनके अभिभावकों को लेकर अस्पताल पहुंची।
दिल्ली एम्स की दो महिला डॉक्टर समेत पांच डॉक्टरों की टीम ने क्रमवार बच्चों का मेडिकल परीक्षण किया। इस दौरान कई लोगों के एक्सरे कराए गए। साथ ही ब्लड जांच के अलावा शारीरिक जांच भी कराई गई। सुबह दस बजे से लेकर देर शाम पांच बजे तक जांच का क्रम चलता रहा।
जिन बच्चों का मेडिकल हो गया उन्हें सीबीआई टीम ने घर भिजवा दिया और जिनका अभी मेडिकल होना है वे बच्चे अभिभावकों संग सिंचाई विभाग के रेस्ट हाउस में सीबीआई के साथ हैं। बच्चों को लाने ले जाने के दौरान सीबीआई अफसरों ने सुरक्षा का भी खासा ध्यान रखा। साथ ही मीडिया से भी दूरी बनाए रखी।
शुक्रवार को भी होगा परीक्षण
सीबीआई दिल्ली के सीओ अमित कुमार ने बताया कि जेई पर शिकंजा कसने के लिए उसके शिकार बच्चों का मेडिकल कराया जा रहा है। जिससे आरोपी जेई के खिलाफ सबूत और पुख्ता हो सकें। बच्चों की पहचान छिपाने का भी मुख्य लक्ष्य है। मेडिकल परीक्षण शुक्रवार तक चलेगा। दिल्ली एम्स के डॉक्टरों की टीम मुख्यालय में ही ठहर कर यह काम पूरा करेगी। पहले दिन 17 बच्चों का मेडिकल कराया गया है, जिसकी पूरी रिपोर्ट अभी नहीं मिली है।