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चंदौली। पंचायत चुनाव के लिए मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम पर सवाल उठना शुरू हो गया। बड़े पैमाने पर मतदाताओं का नाम सूची से काटा गया है। एसडीएम विजय नारायन सिंह की जांच में अनियमितता उजागर हुई है। इसमें जसूरी में 51लोगों के नाम काटे जाने थे मगर 161 के नाम सूची से कट गए । इसी तरह सवैया में 17 आवेदन पर 72 लोगों का नाम काटने मामला देख एसडीएम की भौचक रह गए।
निर्वाचन आयोग के निर्देश पर अक्टूबर से ही जिले में मतदाता सूची पुनरीक्षण की प्रक्रिया शुरू है। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन भी किया जा चुका है। जिले में लगभग एक लाख लोगों का नाम सूची से काटा गया, जबकि तीन लाख से अधिक नये मतदाताओं के नाम जोड़े गए। मतदाता सूची पुनरीक्षण की जिम्मेदारी तहसील प्रशासन को सौंपी गई थी। राजस्वकर्मी, शिक्षामित्र व आंगनबाड़ी को बीएलओ की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन होने पर पात्रों का नाम सूची से काटे जाने की जानकारी होने के बाद खलबली मची है। सदर तहसील के कई गांवों में इस तरह की शिकायतें मिली हैं। डीएम के निर्देश पर एसडीएम ने निर्वाचन दफ्तर की जांच की तो अनियमितता साफ उजागर हुई। एसडीएम ने कई गांवों की पत्रावलियां जांच के लिए अपने पास रखा है।
पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची में गड़बड़ी की जांच सदर एसडीएम कर रहे है। जांच के बाद रिपोर्ट मिलने पर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। दोषियों को किसी भी सूरत में बक्शा नहीं जाएगा। संजीव सिंह, जिला निर्वाचन अधिकारी
चंदौली। पंचायत चुनाव के लिए मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम पर सवाल उठना शुरू हो गया। बड़े पैमाने पर मतदाताओं का नाम सूची से काटा गया है। एसडीएम विजय नारायन सिंह की जांच में अनियमितता उजागर हुई है। इसमें जसूरी में 51लोगों के नाम काटे जाने थे मगर 161 के नाम सूची से कट गए । इसी तरह सवैया में 17 आवेदन पर 72 लोगों का नाम काटने मामला देख एसडीएम की भौचक रह गए।
निर्वाचन आयोग के निर्देश पर अक्टूबर से ही जिले में मतदाता सूची पुनरीक्षण की प्रक्रिया शुरू है। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन भी किया जा चुका है। जिले में लगभग एक लाख लोगों का नाम सूची से काटा गया, जबकि तीन लाख से अधिक नये मतदाताओं के नाम जोड़े गए। मतदाता सूची पुनरीक्षण की जिम्मेदारी तहसील प्रशासन को सौंपी गई थी। राजस्वकर्मी, शिक्षामित्र व आंगनबाड़ी को बीएलओ की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन होने पर पात्रों का नाम सूची से काटे जाने की जानकारी होने के बाद खलबली मची है। सदर तहसील के कई गांवों में इस तरह की शिकायतें मिली हैं। डीएम के निर्देश पर एसडीएम ने निर्वाचन दफ्तर की जांच की तो अनियमितता साफ उजागर हुई। एसडीएम ने कई गांवों की पत्रावलियां जांच के लिए अपने पास रखा है।
पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची में गड़बड़ी की जांच सदर एसडीएम कर रहे है। जांच के बाद रिपोर्ट मिलने पर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। दोषियों को किसी भी सूरत में बक्शा नहीं जाएगा। संजीव सिंह, जिला निर्वाचन अधिकारी