जहांगीरपुर। एक तो गर्मी के तेवर और उस पर 22 घंटे बिजली कटौती। ऐसे में तिलमिलाए लोगों का गुस्सा बिजली अधिकारियों पर ऐसा फूटा कि लोगों ने पुलिस चौकी में घुसकर जान बचाई। बिजली कटौती से परेशान तीन गांवों के लोग बुधवार को जहांगीरपुर के 33 केवीए बिजली घर पहुंचे। इसके बाद ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया। जाम खुलवाने पहुंची पुलिस ने लाठियां भांजने की कोशिश की, लेकिन एक ग्रामीण ने सिपाही के सिर में डंडा मार कर पुलिस को भागने पर मजबूर कर दिया।
एक से डेढ़ घंटे ही मिलती है बिजली
लोदोना, जहांगीरपुर और नेकपुर के ग्रामीणाें ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से 24 घंटे में महज एक से डेढ़ घंटे किश्तों में बिजली आपूर्ति हो रही है। इससे खेतों में खड़ा पशुओं का चार सूखने के अलावा कूलर, फ्र्रिज, इन्वर्टर जैसे इलेक्ट्रानिक उपकरण शो पीस बन गए हैं। शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे गुस्साएं लाठी-डंडों से लैस ग्रामीणों ने बुधवार को जहांगीरपुर बिजलीघर पर धावा बोला और तोड़फोड़ की।
लगाया जाम
लाठी-डंडे से लैस ग्रामीणों का गुस्सा देखकर ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी पुलिस चौकी में घुसे। ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग पर जाम लगाकर पावर कारपोरेशन के खिलाफ प्रदर्शन किया। इससे वाहनों की लंबी लाइन लग गई। सूचना पर जाम खुलवाने पहुंची पुलिस टीम के एक सिपाही सुनील यादव के सिर पर डंडा मार कर ग्रामीणों ने पूरी टीम को भागने पर मजबूर कर दिया। बाद में सपा नेता जगदीश मीणा और किसान नेता अनिल चौधरी ने पावर अधिकारियों बात कर हंगामा शांत कराया। इस दौरान सुभाष चौधरी, दिनेश, बबलू, विवेक, सुनील, प्रमोद, मोनू, अंकित, डाल चंद, विनोद आदि रहे। इस मामले में एसडीओ सोनू रस्तोगी से संपर्क नहीं हो सका।