न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बरेली
Published by: Prachi Priyam
Updated Fri, 18 Oct 2019 12:37 PM IST
टेरर फंडिंग के मामले में अभी तक खामोशी से सदाकत और उसके गैंग की गतिविधियों पर नजर रख रही एटीएस टीम अब एक्शन के मूड में है। टीम ने परतापुर और इज्जतनगर क्षेत्र से कई संदिग्धों को शक के आधार पर उठा लिया है। सूत्र बताते हैं कि सदाकत और उसके गुर्गे शहर के आसपास ही हैं। एटीएस अब संदिग्धों की मदद से इनकी गिरफ्तारी का रास्ता तलाश रही है।
मालूम हो कि नेपाल से हो रही टेरर फंडिंग के मामले में यूपी एटीएस ने लखीमपुर खीरी में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें इज्जतनगर थाने के परतापुर चौधरी निवासी उम्मेद अली और समीर सलमानी भी शामिल थे। एटीएस ने इस मामले में परतापुर के ही सदाकत और फहीम को बतौर आरोपी शामिल किया है।
इसके बाद से एजेंसियां इनकी तलाश कर रही हैं। सदाकत की कार इज्जतनगर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में खड़ी मिलने के बाद जब एटीएस की सक्रियता पर सवालिया निशान लगा तो अब टीम एक्शन के मूड में आ गई है।
गुरुवार को बरेली एटीएस टीम के प्रभारी मंजीत सिंह इज्जतनगर थाना पुलिस को लेकर परतापुर पहुंचे। वहां टीम ने सदाकत, फहीम और सिराज के घर का जायजा लिया। सदाकत के घर ताला पड़ा था। फहीम और सिराज तो घर पर नहीं मिले, लेकिन उनके परिवार मौजूद थे।
सभी ने बताया कि कई दिनों से दोनों घर पर नहीं हैं। उनसे बात भी नहीं हो पा रही है। टीम अब उनके मोबाइल नंबरों के सहारे उन तक पहुंचने का लिंक खोज रही है। सदाकत के साथी राजा की तमंचे में गिरफ्तारी के बाद उसका साथी रहपुरा निवासी गुद्दल अपने परिवार समेत फरार हो गया था।
सूत्रों के मुताबिक उसकी लोकेशन उत्तराखंड में है। एटीएस ने रहपुरा में दबिश देकर गुद्दल के भाई पिंटू को पकड़ लिया। शक है कि पिंटू भी इस धंधे में शामिल है, क्योंकि गुद्दल ने कुछ लेनदेन पिंटू की पत्नी के खाते से भी किया था। चर्चा है कि सदाकत काठमांडू भाग गया है, लेकिन एटीएस उसकी लोकेशन शहर के आसपास मानकर ही काम कर रही है।
देर शाम फहीम और साजिद को पुराना शहर से उठाने की चर्चा थी पर एटीएस और पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की। हालांकि आजकल में ही कुछ बड़े धंधेबाजों की गिरफ्तारी का संकेत दिया है।
टेरर फंडिंग के मामले में अभी तक खामोशी से सदाकत और उसके गैंग की गतिविधियों पर नजर रख रही एटीएस टीम अब एक्शन के मूड में है। टीम ने परतापुर और इज्जतनगर क्षेत्र से कई संदिग्धों को शक के आधार पर उठा लिया है। सूत्र बताते हैं कि सदाकत और उसके गुर्गे शहर के आसपास ही हैं। एटीएस अब संदिग्धों की मदद से इनकी गिरफ्तारी का रास्ता तलाश रही है।
मालूम हो कि नेपाल से हो रही टेरर फंडिंग के मामले में यूपी एटीएस ने लखीमपुर खीरी में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें इज्जतनगर थाने के परतापुर चौधरी निवासी उम्मेद अली और समीर सलमानी भी शामिल थे। एटीएस ने इस मामले में परतापुर के ही सदाकत और फहीम को बतौर आरोपी शामिल किया है।
इसके बाद से एजेंसियां इनकी तलाश कर रही हैं। सदाकत की कार इज्जतनगर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में खड़ी मिलने के बाद जब एटीएस की सक्रियता पर सवालिया निशान लगा तो अब टीम एक्शन के मूड में आ गई है।
गुरुवार को बरेली एटीएस टीम के प्रभारी मंजीत सिंह इज्जतनगर थाना पुलिस को लेकर परतापुर पहुंचे। वहां टीम ने सदाकत, फहीम और सिराज के घर का जायजा लिया। सदाकत के घर ताला पड़ा था। फहीम और सिराज तो घर पर नहीं मिले, लेकिन उनके परिवार मौजूद थे।