बरेली। इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस और गठबंधन के मुस्लिम वोट बैंक में भी सेंधमारी की। यही वजह रही कि बरेली विधानसभा के कई मुस्लिम इलाकों में भाजपा उम्मीदवार संतोष कुमार गंगवार को उम्मीद से कई बढ़कर वोट मिले। मुस्लिमों मतदाताओं की इस भूमिका ने भी संतोष कुमार गंगवार को आठवीं बार सांसद बनाने के साथ उनकी प्रतिष्ठा को भी बचा लिया।
बरेली विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम इलाकों की बात करें तो बांके की छावनी में मुस्लिम मतदाताओं की अच्छी खासी तादाद है, जबकि यहां सभी बूथों पर भाजपा प्रत्याशी पर वोटों की खूब बारिश हुई और संतोष को यहां बूथों पर 256 से लेकर 503 वोट मिले, जबकि गठबंधन के भगवत सरन गंगवार को केवल 27 से लेकर 224 मत ही मिल सके।
कोहाड़ापीर में भी मुस्लिम मतदाताओं की बड़ी संख्या है, जबकि यहां भी भाजपा की झोली में खूब वोट आए और संतोष को यहां सिर्फ एक बूथ पर मिले 82 वोट की बात छोड़ दे तो अन्य जगहों पर यह आंकड़ा 669 तक रहा, जबकि गठबंधन यहां ढाई सौ से तीन सौ वोटों के इर्द-गिर्द ही सिमटा रहा। शाहबाद में भी मुस्लिम मतदाताओं की काफी बड़ी संख्या है, लेकिन यहां के बूथ संख्या 92 पर संतोष को जहां 319 वोट मिले, वहीं गठबंधन को केवल 165 वोट ही प्राप्त हुए। इसी तरह इस इलाके के बूथ संख्या 98 में भी भाजपा को 374 और गठबंधन को केवल 26 मत ही मिले। हालांकि यहां के कुछ बूथ पर गठबंधन भी हावी रहा।
मुस्लिम वोटरों की खासी आबादी ब्रह्मपुरा के भी कई बूथों पर भाजपा की धमक रही। यहां भाजपा के हाथ जहां बूथ संख्या-170 पर 520 और बूथ संख्या-169 में 373 वोट लगे तो गठबंधन इन दोनों बूथों पर 190 और 172 में ही सिमट गया। इससे इस इलाके को भाजपा को अपनी स्थिति मजबूत बनाए रखने में मदद मिली। इसी तरह मुस्लिम बाहुल्य इलाका रहपुरा चौधरी में भी भाजपा मुस्लिम मतों में सेंधमारी की। यहां दो बूथों पर भाजपा को 409 और 279 वोट मिले तो गठबंधन व कांग्रेस इसके मुकाबले 50 फीसदी वोट भी नहीं पा सकी। मुस्लिम बाहुल्य मथुरापर में भाजपाबूथ संख्या-356 में एक तरफा 869 वोट मिले। जबकि गठबंधन केवल 29 वोट ही पाया। पीरबहोड़ा के तीन बूथों पर भाजपा को दो बूथों को भले कम वोट मिले लेकिन यहां एक बूथ पर गठबंधन से 367 वोटों से आगे रहकर काफी हद डैमेज कंट्रोल कर लिया।
बरेली। इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस और गठबंधन के मुस्लिम वोट बैंक में भी सेंधमारी की। यही वजह रही कि बरेली विधानसभा के कई मुस्लिम इलाकों में भाजपा उम्मीदवार संतोष कुमार गंगवार को उम्मीद से कई बढ़कर वोट मिले। मुस्लिमों मतदाताओं की इस भूमिका ने भी संतोष कुमार गंगवार को आठवीं बार सांसद बनाने के साथ उनकी प्रतिष्ठा को भी बचा लिया।
बरेली विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम इलाकों की बात करें तो बांके की छावनी में मुस्लिम मतदाताओं की अच्छी खासी तादाद है, जबकि यहां सभी बूथों पर भाजपा प्रत्याशी पर वोटों की खूब बारिश हुई और संतोष को यहां बूथों पर 256 से लेकर 503 वोट मिले, जबकि गठबंधन के भगवत सरन गंगवार को केवल 27 से लेकर 224 मत ही मिल सके।
कोहाड़ापीर में भी मुस्लिम मतदाताओं की बड़ी संख्या है, जबकि यहां भी भाजपा की झोली में खूब वोट आए और संतोष को यहां सिर्फ एक बूथ पर मिले 82 वोट की बात छोड़ दे तो अन्य जगहों पर यह आंकड़ा 669 तक रहा, जबकि गठबंधन यहां ढाई सौ से तीन सौ वोटों के इर्द-गिर्द ही सिमटा रहा। शाहबाद में भी मुस्लिम मतदाताओं की काफी बड़ी संख्या है, लेकिन यहां के बूथ संख्या 92 पर संतोष को जहां 319 वोट मिले, वहीं गठबंधन को केवल 165 वोट ही प्राप्त हुए। इसी तरह इस इलाके के बूथ संख्या 98 में भी भाजपा को 374 और गठबंधन को केवल 26 मत ही मिले। हालांकि यहां के कुछ बूथ पर गठबंधन भी हावी रहा।
मुस्लिम वोटरों की खासी आबादी ब्रह्मपुरा के भी कई बूथों पर भाजपा की धमक रही। यहां भाजपा के हाथ जहां बूथ संख्या-170 पर 520 और बूथ संख्या-169 में 373 वोट लगे तो गठबंधन इन दोनों बूथों पर 190 और 172 में ही सिमट गया। इससे इस इलाके को भाजपा को अपनी स्थिति मजबूत बनाए रखने में मदद मिली। इसी तरह मुस्लिम बाहुल्य इलाका रहपुरा चौधरी में भी भाजपा मुस्लिम मतों में सेंधमारी की। यहां दो बूथों पर भाजपा को 409 और 279 वोट मिले तो गठबंधन व कांग्रेस इसके मुकाबले 50 फीसदी वोट भी नहीं पा सकी। मुस्लिम बाहुल्य मथुरापर में भाजपाबूथ संख्या-356 में एक तरफा 869 वोट मिले। जबकि गठबंधन केवल 29 वोट ही पाया। पीरबहोड़ा के तीन बूथों पर भाजपा को दो बूथों को भले कम वोट मिले लेकिन यहां एक बूथ पर गठबंधन से 367 वोटों से आगे रहकर काफी हद डैमेज कंट्रोल कर लिया।