बांदा। रिसर्च (खोज) प्रवृत्ति कॅरियर बनाती है। विदेशों का अनुसरण सिर्फ ज्ञान लेने के लिए ही करें। अपनी संस्कृति को आगे रखें और भविष्य में आगे बढ़ें। अध्यात्म का अध्ययन मन को शांत करता है। मन शांत होगा तभी आप नए विषय पर खोज कर सकेंगे। स्नातक और परास्नातक छात्राओं को यह टिप्स जेएनयू (नई दिल्ली) के प्रो.हरिराम मिश्र ने दिए। वह मंगलवार को राजकीय महिला डिग्री कालेज में ‘उच्च शिक्षा के बाद कॅरियर के विविध आयाम’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सवाल तैयार करें, सवालों का हल गुरुजनों और किताबों से हासिल करें।
एसडीएम सदर सुधीर कुमार ने कहा कि कॅरियर बनने के बाद आने वाली दिक्कतें खुद खत्म हो जाएंगी। पुलिस क्षेत्राधिकारी अंबुजा त्रिवेदी ने छात्राओं को लगन का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि इससे कोई भी सर्वोच्च पद प्राप्त किया जा सकता है। प्राचार्य डॉ.दीपाली गुप्ता ने रोजगार के विविध आयामों की जानकारी दी।
संगोष्ठी में डॉ. जितेंद्र कुमार, डॉ. जयंती सिंह, डॉ. शशिभूषण मिश्र, डॉ. सबीहा रहमानी, डॉ. जयकुमार चौरसिया, डॉ. माया वर्मा, डॉ. जयप्रकाश सिंह, डॉ. ज्योति मिश्रा, डॉ. सपना, डॉ. विनोद सिंह चंदेल, डॉ. विनय कुमार पटेल, डॉ. मोहम्मद अफजल, डॉ. सुधा तिवारी, डॉ. वीरेंद्र प्रताप चौरसिया, डॉ. नीतू सिंह व डॉ. अस्तुति वर्मा आदि मौजूद रहीं।
बांदा। रिसर्च (खोज) प्रवृत्ति कॅरियर बनाती है। विदेशों का अनुसरण सिर्फ ज्ञान लेने के लिए ही करें। अपनी संस्कृति को आगे रखें और भविष्य में आगे बढ़ें। अध्यात्म का अध्ययन मन को शांत करता है। मन शांत होगा तभी आप नए विषय पर खोज कर सकेंगे। स्नातक और परास्नातक छात्राओं को यह टिप्स जेएनयू (नई दिल्ली) के प्रो.हरिराम मिश्र ने दिए। वह मंगलवार को राजकीय महिला डिग्री कालेज में ‘उच्च शिक्षा के बाद कॅरियर के विविध आयाम’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सवाल तैयार करें, सवालों का हल गुरुजनों और किताबों से हासिल करें।
एसडीएम सदर सुधीर कुमार ने कहा कि कॅरियर बनने के बाद आने वाली दिक्कतें खुद खत्म हो जाएंगी। पुलिस क्षेत्राधिकारी अंबुजा त्रिवेदी ने छात्राओं को लगन का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि इससे कोई भी सर्वोच्च पद प्राप्त किया जा सकता है। प्राचार्य डॉ.दीपाली गुप्ता ने रोजगार के विविध आयामों की जानकारी दी।
संगोष्ठी में डॉ. जितेंद्र कुमार, डॉ. जयंती सिंह, डॉ. शशिभूषण मिश्र, डॉ. सबीहा रहमानी, डॉ. जयकुमार चौरसिया, डॉ. माया वर्मा, डॉ. जयप्रकाश सिंह, डॉ. ज्योति मिश्रा, डॉ. सपना, डॉ. विनोद सिंह चंदेल, डॉ. विनय कुमार पटेल, डॉ. मोहम्मद अफजल, डॉ. सुधा तिवारी, डॉ. वीरेंद्र प्रताप चौरसिया, डॉ. नीतू सिंह व डॉ. अस्तुति वर्मा आदि मौजूद रहीं।