थाना क्षेत्र के ग्राम गंगदासपुर में गुरुवार रात आधा दर्जन सशस्त्र बदमाशों ने पुरानी रंजिश के चलते एक घर में घुसकर पिता-पुत्र को गोली मार दी। पिता की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पुत्र को पुलिस ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टरों ने युवक को कानपुर रेफर कर दिया है। वहीं मारपीट के दौरान युवक की पत्नी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ग्राम गंगदासपुर में गुरुवार की रात लगभग 9:15 बजे गांव के साहब सिंह (70) व उसके पुत्र मलोल को घर में घुसकर आधा दर्जन सशस्त्र हमलावरों ने गोली मार दी। साहब सिंह के सिर में गोली लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पेट में गोली लगने से मलोल घायल हो गया। घटना के दौरान हमलावरों ने लाठी डंडों से भी वार किया। मलोल को गोली लगते देख पत्नी विनीता बचाने पहुंची तो हमलावरों ने उसे भी लाठी मारकर घायल कर दिया। घटना को अंजाम देने के बाद हमलावर मौके से भाग गए। सूचना पर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई।
सीओ सिटी भास्कर वर्मा ने भी मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। सीओ सिटी भास्कर वर्मा ने बताया कि हत्या के पीछे पुरानी रंजिश बताई जा रही है। 2014 में गांव के वीरेंद्र गुर्जर व उसके पुत्र शिशुपाल की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में मलोल के दो भाई व सात लोगों का नाम आया था। मलोल दो महीने पहले ही जेल से जमानत पर छूट कर आया था। जबकि उसके भाई शंकर व अन्य अभी भी जेल में हैं। ग्रामीणों की अनुसार वारदात इसी रंजिश के चलते हुई है। गौरतलब है कि गंगदासपुर डकैत निर्भय गुर्जर का गांव है। सीओ सिटी ने बताया कि पुलिस को मौके पर एक 315 बोर का कारतूस का खोखा बरामद हुआ है। वहीं हमलावर बताए जा रहे लोगों की तलाश में पुलिस ने दबिशें देनी शुरू कर दी हैं।
थाना क्षेत्र के ग्राम गंगदासपुर में गुरुवार रात आधा दर्जन सशस्त्र बदमाशों ने पुरानी रंजिश के चलते एक घर में घुसकर पिता-पुत्र को गोली मार दी। पिता की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पुत्र को पुलिस ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टरों ने युवक को कानपुर रेफर कर दिया है। वहीं मारपीट के दौरान युवक की पत्नी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ग्राम गंगदासपुर में गुरुवार की रात लगभग 9:15 बजे गांव के साहब सिंह (70) व उसके पुत्र मलोल को घर में घुसकर आधा दर्जन सशस्त्र हमलावरों ने गोली मार दी। साहब सिंह के सिर में गोली लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पेट में गोली लगने से मलोल घायल हो गया। घटना के दौरान हमलावरों ने लाठी डंडों से भी वार किया। मलोल को गोली लगते देख पत्नी विनीता बचाने पहुंची तो हमलावरों ने उसे भी लाठी मारकर घायल कर दिया। घटना को अंजाम देने के बाद हमलावर मौके से भाग गए। सूचना पर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई।
सीओ सिटी भास्कर वर्मा ने भी मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। सीओ सिटी भास्कर वर्मा ने बताया कि हत्या के पीछे पुरानी रंजिश बताई जा रही है। 2014 में गांव के वीरेंद्र गुर्जर व उसके पुत्र शिशुपाल की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में मलोल के दो भाई व सात लोगों का नाम आया था। मलोल दो महीने पहले ही जेल से जमानत पर छूट कर आया था। जबकि उसके भाई शंकर व अन्य अभी भी जेल में हैं। ग्रामीणों की अनुसार वारदात इसी रंजिश के चलते हुई है। गौरतलब है कि गंगदासपुर डकैत निर्भय गुर्जर का गांव है। सीओ सिटी ने बताया कि पुलिस को मौके पर एक 315 बोर का कारतूस का खोखा बरामद हुआ है। वहीं हमलावर बताए जा रहे लोगों की तलाश में पुलिस ने दबिशें देनी शुरू कर दी हैं।