औरैया। जिले में डेंगू के मरीज बढ़ रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र में डेंगू संक्रमित मरीज हर रोज मिल रहे हैं। बुधवार को ऐरवाकटरा में 43 वर्षीय महिला डेंगू संक्रमित पाई गई है। इधर, सरकारी अस्पतालों में प्लेटलेट्स कम होने की वजह से भर्ती हो रहे मरीजों की संख्या बढ़नी शुरू हो गई है। जिन्हें डेंगू संक्रमित मान कर इलाज किया जा रहा है।
सरकारी अस्पतालों में डेंगू के लक्षण वाले मरीजों की संख्या बढ़नी शुरू हो गई है। हालांकि विभाग इन्हें अभी डेंगू संक्रमित नहीं मान रहा है, लेकिन उनका इलाज डेंगू मरीज की तरह ही किया जा रहा है। सीएमओ डॉ. अर्चना श्रीवास्तव ने बताया कि रिम्स सैफई से ऐरवाकटरा निवासी 43 वर्षीय महिला की एलाइजा रिपोर्ट डेंगू पॉजीटिव पाई गई है। लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में टीम भेजकर बुखार पीड़ित रोगियों की मलेरिया, डेंगू, कोविड की जांच कराई जा रही है। जिले में अब डेंगू संक्रमित मरीजों की संख्या 54 हो गई है। जिन मरीजों की प्लेटलेट्स कम हो रही है, उन्हें डेंगू संक्रमित नहीं माना जा सकता है। एलाइजा रिपोर्ट से ही संक्रमण की पुष्टि की जा सकती है।
बुधवार को अछल्दा के चंदैया, सोनासी, खोयला, बढ़ुवा आदि गांवों में स्वास्थ्य टीमें पहुंची। जहां बुखार रोगियों का उपचार कर उन्हें दवाएं वितरित की गई। टीमों ने गांव में लार्वा की जांच की। छह घरों में लार्वा मिलने पर टीम ने साफ कराने के साथ ही गृह स्वामियों को चेतावनी दी है। साथ ही डीडीटी और लार्वा स्प्रे का भी छिड़काव किया गया है।
प्लेटलेट्स कम होने पर गंभीर हालत में भर्ती
50 शैय्या जिला संयुक्त चिकित्सालय में बुधवार को पहुंचे मरीजों की संख्या 500 के करीब रही। जिसमें छह मरीजों को भर्ती किया गया। जिसमें एक ही परिवार की बाकरपुर निवासी दिव्यांशी, जोली और प्रिया को कम प्लेटलेट्स होने के चलते सामान्य वार्ड में भर्ती किया गया। इधर, भर्ती मरीजों के परिजनों ने बताया कि बाकरपुर में डेंगू के लक्षण वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। सीएमएस डॉ. पीके कटियार ने बताया कि तीन मरीजों में प्लेटलेट्स कम पाई गई है। जिनका डेंगू मरीज की तरह उपचार किया जा रहा है।
बच्चे की मौत के बाद टीम ने लिए खून के नमूने
दिबियापुर संवाद के अनुसार ब्लॉक भाग्यनगर में फफूंद क्षेत्र के गांव बढ़ुआ में बुखार से बच्चे की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव पहुंचकर सैंपल लिए। साथ ही कई लोगों को दवाइयां भी दीं। बढु़आ में 11 अक्तूबर से सात वर्षीय गोपाल पुत्र संजय कुमार की बुखार आने के बाद मौत हो गई थी। बुधवार को गांव पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम में शामिल फार्मासिस्ट गौरव कुमार एवं स्वास्थ्य कर्मियों ने 30 ग्रामीणों के खून के नमूने लिए। साथ ही 60 मरीजों को दवाइयां भी वितरित कीं। टीम के अनुसार जांच रिपोर्ट आने के बाद अन्य दवाइयां भी दी जाएंगीं।
औरैया। जिले में डेंगू के मरीज बढ़ रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र में डेंगू संक्रमित मरीज हर रोज मिल रहे हैं। बुधवार को ऐरवाकटरा में 43 वर्षीय महिला डेंगू संक्रमित पाई गई है। इधर, सरकारी अस्पतालों में प्लेटलेट्स कम होने की वजह से भर्ती हो रहे मरीजों की संख्या बढ़नी शुरू हो गई है। जिन्हें डेंगू संक्रमित मान कर इलाज किया जा रहा है।
सरकारी अस्पतालों में डेंगू के लक्षण वाले मरीजों की संख्या बढ़नी शुरू हो गई है। हालांकि विभाग इन्हें अभी डेंगू संक्रमित नहीं मान रहा है, लेकिन उनका इलाज डेंगू मरीज की तरह ही किया जा रहा है। सीएमओ डॉ. अर्चना श्रीवास्तव ने बताया कि रिम्स सैफई से ऐरवाकटरा निवासी 43 वर्षीय महिला की एलाइजा रिपोर्ट डेंगू पॉजीटिव पाई गई है। लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में टीम भेजकर बुखार पीड़ित रोगियों की मलेरिया, डेंगू, कोविड की जांच कराई जा रही है। जिले में अब डेंगू संक्रमित मरीजों की संख्या 54 हो गई है। जिन मरीजों की प्लेटलेट्स कम हो रही है, उन्हें डेंगू संक्रमित नहीं माना जा सकता है। एलाइजा रिपोर्ट से ही संक्रमण की पुष्टि की जा सकती है।
बुधवार को अछल्दा के चंदैया, सोनासी, खोयला, बढ़ुवा आदि गांवों में स्वास्थ्य टीमें पहुंची। जहां बुखार रोगियों का उपचार कर उन्हें दवाएं वितरित की गई। टीमों ने गांव में लार्वा की जांच की। छह घरों में लार्वा मिलने पर टीम ने साफ कराने के साथ ही गृह स्वामियों को चेतावनी दी है। साथ ही डीडीटी और लार्वा स्प्रे का भी छिड़काव किया गया है।
प्लेटलेट्स कम होने पर गंभीर हालत में भर्ती
50 शैय्या जिला संयुक्त चिकित्सालय में बुधवार को पहुंचे मरीजों की संख्या 500 के करीब रही। जिसमें छह मरीजों को भर्ती किया गया। जिसमें एक ही परिवार की बाकरपुर निवासी दिव्यांशी, जोली और प्रिया को कम प्लेटलेट्स होने के चलते सामान्य वार्ड में भर्ती किया गया। इधर, भर्ती मरीजों के परिजनों ने बताया कि बाकरपुर में डेंगू के लक्षण वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। सीएमएस डॉ. पीके कटियार ने बताया कि तीन मरीजों में प्लेटलेट्स कम पाई गई है। जिनका डेंगू मरीज की तरह उपचार किया जा रहा है।
बच्चे की मौत के बाद टीम ने लिए खून के नमूने
दिबियापुर संवाद के अनुसार ब्लॉक भाग्यनगर में फफूंद क्षेत्र के गांव बढ़ुआ में बुखार से बच्चे की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव पहुंचकर सैंपल लिए। साथ ही कई लोगों को दवाइयां भी दीं। बढु़आ में 11 अक्तूबर से सात वर्षीय गोपाल पुत्र संजय कुमार की बुखार आने के बाद मौत हो गई थी। बुधवार को गांव पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम में शामिल फार्मासिस्ट गौरव कुमार एवं स्वास्थ्य कर्मियों ने 30 ग्रामीणों के खून के नमूने लिए। साथ ही 60 मरीजों को दवाइयां भी वितरित कीं। टीम के अनुसार जांच रिपोर्ट आने के बाद अन्य दवाइयां भी दी जाएंगीं।